बिलासपुर-  कोरोना संक्रमितो और मृतकों के आंकड़ों में गिरावट आने बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर निगम आयुक्त ने पुलिस, प्रशासन के अफसरों और व्यापारियों की बैठक ली। बैठक में राजधानी रायपुर के बाद बिलासपुर में भी दिल्ली के आड- ईवन फार्मूले पर दुकाने खोलकर व्यापारियों और आमजन को राहत देने की रणनीति को लेकर चर्चा की गयी पर बात नही बन सकी। अब इस मामले में कलेक्टर निर्णय लेगें ऐसा कहा जा रहा है।
लगभग डेढ़ माह से कोरोना के बढ़ते संक्रमण और हो रही मौत को लेकर लॉक डाउन और प्रतिबंध लागू किए गए हैं। इसके चलते जमकर काला बाज़ारी हो रही है और प्रशासन इस पर लगाम लगाने फेल रहा है। लगातार उठ रही मांग के बाद जब संक्रमित और मृतकों का मीटर डाउन हुआ तब प्रशासन ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की तर्ज पर यहां बिलासपुर में भी आड- ईवन फार्मूले पर दुकानों को खुलवाने का विचार किया।
इसी के मद्देनजर  नगर निगम आयुक्त अजय त्रिपाठी ने विकास भवन के सभा कक्ष में बैठक ली।इस बैठक में एसडीएम , सीएसपी,सभी 8 जोन के कमिश्नर और विभिन्न व्यसायिक संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे।
प्रशासन की ओर से कहा गया कि स्थिति सामान्य हुई है पर खतरा टला नही है, पर संकट रोजी रोटी और आवश्यक जींसों की उपलब्धता का है, इसलिए आड़- ईवन फार्मूले और कोविड 19 के नियमों के पालन की शर्त पर छूट देने विचार किया जा रहा है।
*ये है लोचा*
प्रशासन ने पक्ष रखा कि एक दिन कपड़ा दूसरे दिन किराना ऐसे एक- एक दिन के आड़ में दुकान खोलने की अनुमति दी जायेगी, पर व्यापारियों ने कहा कि समय तय करके सभी दुकानों को नियमित दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाये, पर प्रशासनिक अफसरों ने कह दिया कि ऐसे में भीड़ और संक्रमण का ख़तरा बढ़ जाएगा।
*अब कलेक्टर लेगें निर्णय*
प्रशासन की ओर से कहा गया कि आड- ईवन के सम्बंध में आपकी ओर से जो सुझाव आये हैं उन्हें नोट-शीट में दर्ज कर लिया गया है। इन सुझावों को कलेक्टर के समक्ष रखा जायेगा और अब वे ही इस पर निर्णय लेंगे।