सतना: जिले के नागौद कस्बे के जसो के रिछुल गांव में एक ही परिवार की तीन बहनों की डूबने से मौत हो गई. दरअसल एक बच्ची खदान में पानी लेने के लिए उतरी थी. तभी मिट्टी धसक गई और वह डूबने लगी. उसे बचाने दो और बहने पानी में उतरी और ऐसे में तीनों बहनें पानी में डूब गईं. मौके पर ही उनकी दर्दनाक मौत हो गई, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
आम तोड़ने गई थीं बच्चियां
मामला सतना जिले के नागौद विधानसभा क्षेत्र के जसो थाना क्षेत्र अंतर्गत रीछुल गांव का है. एक ही परिवार की तीन बच्चियां गांव के ही पास में आम तोड़ने गई थीं. इस दौरान पास में बनी खदान पर पानी में आम धोने लगी. जैसे ही एक बच्ची खदान के नीचे उतरकर पानी में पहुंची तो खदान की मिट्टी धंस गई और बच्ची डूबने लगी. जिसे बचाने के लिए साथ में मौजूद दो और बहनों ने प्रयास किया लेकिन वह भी पानी में डूब गईं. ऐसे में तीनों बहनों की एक साथ पानी में डूबने से दर्दनाक मौत हो गई.
परिजन ने ठेकेदार पर लगाए आरोप
स्थानीय लोगों ने जब तक बच्चियों को बाहर निकाल तब तक बहुत देर हो चुकी थी. बच्चियों के नाम गौरी, तनया और जानवी बताए जा रहे हैं. तीनों बच्चियां चौरसिया परिवार की हैं. मामले की सूचना पुलिस को दी गई है. सूचना मिलने ही मौके पर पहुंची पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरु कर दी है. इधर मृतक बच्चियों के परिजन घटनास्थल पर ही डटे रहे. उनका आरोप है कि, ''जिन ठेकेदारों द्वारा यह खदाने खोदकर छोड़ दी गई हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो और उचित मुआवजा हमें दिया जाए.''
मामले की जांच में जुटी पुलिस
थाना प्रभारी रोहित यादव ने बताया कि, ''तीन बच्चियां पानी में डूबी हैं, जिससे उनकी मौत हो गई. बच्चियां खदान में पानी लेने के लिए उतरी थीं. पानी लेते वक्त मिट्टी धस गई थी, जिसमें एक बच्ची पानी में डूबने लगी और उसकी दोनों बहनों बचाने लगी जिससे तीनों बच्चियों की पानी में डूबने से मौत हुई है. बाकी जांच के आधार पर जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्यवाही की जाएगी.''
मैहर में मासम पर गिरा सीमेंट का पाइप, मौत
मैहर थाने के वार्ड क्रमांक 08 में पुरानी बस्ती मस्जिद के पास सुखी नदी में सीवर लाइन के ठेकेदार द्वारा पाइप के 40 से 50 बड़े बड़े सीमेंट के पाइप रखे गए हैं. शनिवार की रात 8 बजे 12 वर्षीय जुनैद खान अपने अन्य मित्रों के साथ वहीं खेल रहा था. इसी दौरान जुनैद वहीं शौच करने बैठ गया. तभी उसके पीछे रखा ढोला लुढ़कते हुए जुनैद को कुचलता हुआ निकल गया. घटना के बाद जुनैद को खून लथपथ देख उसके दोस्त वहां से भाग निकले. परिजन जुनैद को लेकर मैहर सिविल अस्पताल पहुंचे जहां कोई भी डॉक्टर उपस्थित नहीं थे. जिसके बाद प्राइवेट क्लीनिक पहुंचे जहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
परिजन ने किया प्रदर्शन, कार्रवाई की मांग
जिसके बाद आक्रोशित परिजन ने ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. जानकारी मिलने के बाद एसडीएम विकास सिंह, तहसीलदार जितेंद्र पटेल एवं थाना प्रभारी अनिमेष द्विवेदी ने मौके पर पहुंचकर परिजन को समझाइश देते हुए घटना स्थल का निरीक्षण किया एवं ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्यवाही का आश्वासन दिया. पार्षद जावेद खान ने बताया कि, ''सीवर ठेकेदार ने मस्जिद के पास असुरक्षित तरीके से पाइप रखवाया था जिसकी वजह से ये हादसा हुआ. समय रहते और बच्चे वहां से हट गए थे नहीं तो अन्य बच्चे भी उसकी चपेट में आ सकते थे.''