
कांकेर: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से एक बड़े लोन फ्रॉड का खुलासा हुआ है, जिसमें रायपुर की एक फाइनेंस कंपनी ने 3 करोड़ 72 लाख रुपए की ठगी को अंजाम दिया है। इस मामले में कांकेर पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों के रहने वाले हैं। आरोप है कि आरोपियों ने सरकारी कर्मचारियों को लोन दिलाने का लालच देकर 140 से ज्यादा लोगों से करोड़ों की ठगी की है।
इन दोनों कंपनियों ने मिलकर की ठगी
पुलिस के मुताबिक रायपुर की स्पेश एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड और अंबिकापुर की आरवी कंपनी ने मिलकर इस ठगी को अंजाम दिया। आरोपी सरकारी कर्मचारियों को लोन दिलाने का लालच देते थे। योजना के मुताबिक कंपनी लोन की पूरी ईएमआई भरेगी और लोन का 50 फीसदी हिस्सा कर्मचारी को दिया जाएगा, जबकि 50 फीसदी कंपनी को देना होगा। शुरुआत में ईएमआई भरी गई, जिससे लोगों का भरोसा बना रहा, लेकिन बाद में आरोपी फरार हो गए।
आरोपियों ने लोन की रकम को शेयर मार्केट में लगाया
कांकेर कोतवाली में चारामा निवासी एक पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने गहन जांच शुरू की। जांच में पता चला कि आरोपियों ने लोन की रकम को शेयर मार्केट में लगाया और फिर रकम को डूबो दिया। अब जिन सरकारी कर्मचारियों के नाम पर लोन है, वे ईएमआई चुकाने के लिए बैंकों के चक्कर लगा रहे हैं। इस पूरे मामले में कई बैंकों और फाइनेंस कंपनियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बैंक कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस द्वारा बरामद दस्तावेजों और आरोपियों के बयानों से पता चला है कि यह धोखाधड़ी एक संगठित नेटवर्क के तहत की गई थी।
पुलिस बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों से भी पूछताछ कर रही
पुलिस अब कंपनी के अन्य पार्टनर, बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों से भी पूछताछ कर रही है। यह भी आशंका है कि प्रदेश के अन्य जिलों में भी इस तरह की धोखाधड़ी की गई हो।