Lamine Ymal: फुटबॉल की दुनिया से एक धमाकेदार खबर आ रही है. रिपोर्ट है कि मैनचेस्टर सिटी ने बार्सिलोना के सुपर टैलेंटेड लामिने यमाल को खरीदने के लिए €275 मिलियन (करीब 24,000 करोड़ रुपये) की मोटी रकम ऑफर की है. अगर ये डील हो गई, तो 17 साल का ये फुटबॉलर दुनिया का सबसे महंगा फुटबॉल खिलाड़ी बन जाएगा. ये खबर स्पेन की वेबसाइट फिचाजेस ने छापी है. लामिने यमाल तो ला लिगा में आग लगा रहे हैं. उनकी रफ्तार, गजब की स्किल्स और इतनी छोटी उम्र में बड़ा गेम खेलने का अंदाज देख बार्सिलोना के कोच हंसी फ्लिक के लिए वो बड़ा हथियार बन गए हैं. मैनचेस्टर सिटी के बॉस पेप गार्डियोला को बार्सिलोना की ला मासिया अकादमी के लड़के हमेशा से पसंद रहे हैं और यमाल में उन्हें अगला सुपरस्टार दिख रहा है.
€275 मिलियन की रकम के बावजूद बेचने को तैयार नहीं
मैन सिटी की टीम तो पहले से ही सितारों से भरी है. अगर यमाल वहां गए तो गार्डियोला जैसे कोच के साथ वो और चमक सकते हैं. लेकिन बार्सिलोना के लिए ये ऑफर बड़ी टेंशन है. यमाल का कॉन्ट्रैक्ट जून 2026 तक है और क्लब उनकी डील को और लंबा करना चाहता है. मगर €275 मिलियन की रकम इतनी बड़ी है कि बार्सिलोना, जो पहले से ही पैसे की तंगी से जूझ रहा है, को दो बार सोचना पड़ सकता है. लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती. यमाल बार्सिलोना के लिए सिर्फ एक प्लेयर नहीं, बल्कि उनका फ्यूचर हैं. मेस्सी के बाद क्लब नई पहचान बना रहा है और यमाल उसका बड़ा चेहरा हैं. उनकी मार्केट वैल्यू और गेम को देखते हुए क्लब प्रेसिडेंट जोआन और फ्लिक उन्हें किसी भी कीमत पर बेचने के मूड में नहीं लगते. फिर भी ये अफवाह फुटबॉल फैंस के बीच गपशप का टॉपिक बनी हुई है.
अब तक के सबसे महंगे फुटबॉल ट्रांसफर
फुटबॉल में पैसा तो भरा पड़ा है. टिकट बिकते हैं, जर्सी हाथों-हाथ जाती हैं और स्पॉन्सरशिप से क्लबों की तिजोरी भरती है. टॉप के प्लेयर्स को टीम में लाने के लिए क्लब मोटी-मोटी रकम देते हैं. चलिए अब तक के पांच सबसे महंगे ट्रांसफर पर एक नजर डालते हैं. 2017 में पेरिस सेंट जर्मेन यानी PSG ने बार्सिलोना से नेमार को €222 मिलियन, मतलब करीब 19,500 करोड़ रुपये में खरीद लिया. इस डील ने तो फुटबॉल की दुनिया में तूफान ला दिया और ट्रांसफर का पूरा खेल ही बदल डाला. उसी साल PSG ने फ्रांस के तेजरफ्तार स्ट्राइकर कायलियन एम्बाप्पे को €180 मिलियन, यानी लगभग 15,800 करोड़ रुपये में साइन किया.
€145 मिलियन का निवेश नहीं लाया फायदा
उनकी स्पीड और गोल मारने का स्टाइल देख हर कोई उनका फैन हो गया. फिर 2018 में बार्सिलोना ने लिवरपूल से ब्राजील के जादूगर फिलिप कॉउटिन्हो को €145 मिलियन, करीब 12,700 करोड़ रुपये में लिया, पर ये सौदा उनके लिए कुछ खास फायदा नहीं लाया. 2019 में एटलेटिको मैड्रिड ने पुर्तगाल के "नए रोनाल्डो" कहे जाने वाले जोआओ फेलिक्स को €126 मिलियन, यानी करीब 11,000 करोड़ रुपये में अपनी टीम में शामिल किया. ये पैसा अभी तक ठीक-ठाक काम करता दिख रहा है. और उसी साल बार्सिलोना ने एटलेटिको मैड्रिड से एंटोनी ग्रीजमैन को €120 मिलियन, मतलब करीब 10,500 करोड़ रुपये में खरीदा, मगर 2021 में वो लोन पर वापस एटलेटिको चले गए, जिससे बार्सिलोना को नुकसान उठाना पड़ा.