इन्दौर । इन्दौर जिले में मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना (आयुष्मान भारत निरामयम) का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाये। यह सुनिश्चित किया जाये की इस योजना का लाभ आयुष्मान कार्डधारी व योजना के लिए पात्र सभी परिवारों के कोरोना मरीजों को मिले। योजना के लाभ से कोई भी पात्र परिवार वंचित नहीं रहे। 
उक्त निर्देश जल संसाधन मंत्री एवं इन्दौर जिले के कोविड नियंत्रण प्रभारी तुलसीराम सिलावट ने शुक्रवार को योजना के क्रियान्वयन के संबंध में ली गई निजी अस्पताल संचालकों की बैठक में दिये। बैठक में सांसद शंकर लालवानी, कलेक्टर मनीष सिंह, आपदा समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे सहित आयुष्मान योजना के अंतर्गत चयनित अस्पतालों के संचालक, डॉक्टर एवं संबंधित अधिकारी मौजूद थे। बैठक में मंत्री सिलावट ने योजना को लागू करने के संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होने कहा कि कोरोना के मरीजों का नि:शुल्क इलाज करने के संबंध में इस तरह की योजना लागू करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। उन्होंने बताया कि सिर्फ इन्दौर जिले में ही 'मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना 'आयुष्मान' के अंतर्गत कोरोना मरीजों के नि:शुल्क उपचार के लिये 77 अस्पताल सम्बद्ध किये गये है। अस्पताल संचालकों से उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप सभी पात्र व्यक्तियों को इस योजना का लाभ दिया जाये। उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत अभी एक हजार से अधिक मरीजों का उपचार हुआ है। कलेक्टर मनीष सिंह ने मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के प्रावधानों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि योजना का पालन सुनिश्चित करें तथा इसके क्रियान्वयन में लापरवाही न बरते। प्रशासन द्वारा हर अस्पताल के लिये एक नोडल अधिकारी को जवाबदारी दी गई है। बैठक में सांसद लालवानी ने भी सम्बोधित किया।