जयपुर । राजस्थान डेल्फिक काउंसिल का तीसरा स्थापना दिवस कार्यक्रम राजधानी में आयोजित किया गया। काउन्सिल की अध्यक्ष श्रीमती श्रेया गुहा ने बताया कि काउन्सिल गत तीन वर्षों में प्रदेश में युवाओं को राज्य की लोक, कला, संगीत की सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने में सफल रही है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में डेल्फिक आन्दोलन के ज़रिये डेल्फिक कलाओं (शास्त्रीय संगीत, भारतीय फ़िल्म संगीत, लोकप्रिय संगीत, शास्त्रीय नृत्य, लोक नृत्य, समकालीन नृत्य, फोटोग्राफी) के प्रति युवाओं की भागीदारी को बढाने के लिए छह नये डेल्फिक क्लब का भी गठन किया गया है। जिसके ज़रिये कला व संस्कृति के प्रदर्शन के लिए युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय मंच प्रदान किया जा रहा है। कार्यक्रम में भारतीय डेल्फिक काउन्सिल के अध्यक्ष एन.एन. पांडेय (से.नि आई.ए.एस.) ने कहा कि राजस्थान कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने वाला देश का पहला क्षेत्रीय पंजीकृत डेल्फिक परिषद है।
डेल्फिक आंदोलन से जीवंत हो रही प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत
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