मुम्बई । भारतीय क्रिकेट टीम के नए मुख्य कोच बने गौतम गंभीर काफी आक्रामक रुख वाले खिलाड़ी रहे हैं। कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर ) का मेंटोर रहने के दौरान भी वे काफी आक्रामक रहे हैं। आईपीएल में तो ये सब चल गया क्योंकि वहां कई युवा खिलाड़ी होते हैं पर भारतीय टीम में
कप्तान रोहित शर्मा और अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली पर हावी होना उनके लिए संभव नहीं होगा। भारतीय क्रिकेट में कप्तान के पास ही अधिकतर अधिकार रहा है। कप्तान सिर्फ अपनी पसंद की टीम नहीं चाहते, बल्कि कई बार कोच भी उनकी मर्जी का ही बनता है। यही कारण है कि क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी की सिफारिश के बावजूद अनिल कुंबले कोच नहीं बन पाए थे क्योंकि उनके समय कप्तान रहे विराट कोहली ने रवि शास्त्री को कोच बनाने को कहा था। बाद में बीसीसीआई को कोहली की बात माननी पड़ी। .
गंभीर एकदिवसीय विश्वकप 2027 तक के लिए भारतीय टीम के कोच बने हैं। इसमें कोई शक नहीं कि वे अपनी कोई योजना लेकर आये होंगे। साल 2027 तक कप्तान रोहित शर्मा 40 साल के हो चुके होंगे। रोहित ने यह साफ नहीं किया है कि वे 2027 का वर्ल्ड कप खेलना चाहेंगे या नहीं। हो सकता है कि रोहित एक-डेढ़ साल बाद इस पर अपनी कोई राय बनाएं पर कोच के पास इतना समय नहीं है। उन्हें अपनी वैकल्पिक योजना तैयार रखनी होगी। उन्हें ये ध्यान रखना होगा कि कोच तभी सफल हो सकता है जब वह कप्तान के साथ मिलकर चले। उसपर अपने फैसले थोपने का प्रयास न करे।
गंभीर के लिए कोहली-रोहित से तालमेल बनाना आसान नहीं होगा
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