लगातार मूसलधार बारिश के साथ पहाड़ी नालों के तेज बहाव से नदियां उफान पर हैं। प्रदेश के करीब एक दर्जन जिलों में बाढ़ ने सैकड़ों गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है। बलरामपुर व श्रावस्ती में राप्ती, बहराइच में घाघरा और लखीमपुर में शारदा नदी खतरे के निशान के ऊपर है। बढ़ा पानी तटवर्ती गांवों में घुस चुका है। पीलीभीत में शारदा के तेज बहाव से पीलीभीत-मैलानी रेलखंड पर संडई हाल्ट के पास पुलिया बह गई। रेल पटरी दोनों सिरों के सहारे लटकी है।
वहीं गजरौला-बरखेड़ा मार्ग भी बह गया है। श्रावस्ती में मल्हीपुर-भिनगा मार्ग तीन स्थानों पर कट गया है, भखला पुल के पास दो जगह सड़क कट गई। कुशीनगर, बिजनौर, बदायूं व शाहजहांपुर समेत अन्य जिलों में भी बढ़ती नदियों ने जनजीवन को बेबस बना दिया है। बरेली में चार, बलरामपुर, श्रावस्ती, बदायूं में डूबने से एक-एक मौत हो गई।
उधर, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बहराइच और गोंडा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। पीलीभीत में शारदा नदी की बाढ़ के कारण पीलीभीत-माधोटांडा, गजरौला-बरखेड़ा व मझोला-सितारगंज मार्ग कटने से आवागमन ठप है तो देवहा नदी का पानी शहर के दर्जनों मुहल्लों में भर गया है। पीलीभीत से लखनऊ राज्यमार्ग पर पानी आने से बीसलपुर रोड पर घंटों वाहन फंसे रहे। देवरनिया नदी पर बना कच्चा पुल बहने से गांवों का संपर्क कट गया।
गांवों में घुस गया नदी का पानी
बरेली के फरीदपुर में दिल्ली-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पेड़ गिरने से आवागमन तीन घंटे ठप रहा। शाहजहांपुर जिले में गर्रा और खन्नौत नदी का पानी गांवों में घुस गया। नरौरा बैराज से पानी आने के कारण बदायूं में गंगा उफना गईं। तटवर्ती गांवों को खाली करने का अलर्ट जारी कर दिया गया। भीषण वर्षा के कारण सोमवार को बरेली मंडल में कक्षा आठ तक सभी स्कूल बंद कर दिए गए।
बूढ़ी राप्ती नदी के उफान से बलरामपुर के गैंसड़ी व पचपेड़वा विकास खंड के गांव पानी में डूबे हैं। राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 42 सेंटीमीटर ऊपर है। श्रावस्ती में 25 गांव बाढ़ के पानी से घिरे हैं। लोगों ने अपने मकान की छतों पर डेरा डाला है। दो स्थानों पर बने बाढ़ शरणालयों पर 152 लोगों ने शरण ले रखी है। राप्ती बैराज पर नदी खतरे के निशान से 30 सेंटीमीटर ऊपर है। गोरखपुर में राप्ती नदी खतरे के निशान के पास पहुंच गई है।
बाढ़ के पानी में बहे बालक का मिला शव, दूसरे की तलाश
बलरामपुर में बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है। ललिया के शिवानगर पुलिया के पास सोमवार को नहाते समय गंगापुर कैराती गांव निवासी 11 वर्षीय नैतिक उर्फ संदीप वर्मा व 10 वर्षीय प्रभुनाथ पानी की तेज धारा में बह गए। नैतिक का शव गांव से लगभग दो किलोमीटर दूर नाले में मिला। वहीं प्रभुनाथ की तलाश में गोताखोर लगे हैं। अब तक कुछ पता नहीं चल सका है।
प्रभारी निरीक्षक मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि नैतिक व प्रभुनाथ सोमवार को शिवानगर पुलिया के निकट खेलते गए थे। इसी बीच दोनों नहाने लगे। नहाते समय अचानक पानी की तेज धारा आई और दोनों को बहा ले गई। काफी देर तक घर न लौटने पर स्वजन ने तलाश शुरू की। नैतिक का शव गांव से दो किलोमीटर दूर नाला से बरामद हो गया। वहीं गोताखारों ने प्रभुनाथ की तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। बताया कि गोताखोर प्रभुनाथ की खोजबीन कर रहे हैं। शीघ्र ही उसे खोज निकाला जाएगा।