जयपुर । भारतीय संस्कृति ने सहकार भाव को विश्व में पहचान दी है और सहकारिता सामाजिक एवं आर्थिक उन्नयन की महत्ती कड़ी है। ये कहना है सहकारिता मंत्री गौतम दक का। वे गोवर्धन विलास स्थित सरस डेयरी परिसर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर एक पेड मां के नाम अभियान के तहत वृहद वृक्षारोपण अभियान अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने पर्यावरण के संतुलन हेतु सहकारी संस्थाओं को अधिकाधिक वृक्षारोपण एवम पौध वितरण कर लोक अभियान से जन जागरण करने हेतु प्रेरित किया।
खराड़ी ने किसानों की आय दुगुनी करने में सहकारिता पशुपालन और डेयरी की महत्ती भूमिका बताई। इस अवसर पर उदयपुर सांसद डॉ मन्नालाल रावत ने पौधारोपण के साथ प्राथमिक सहकारी संस्थाओं को पंचायत स्तर तक ले जाते हुए पूर्ण कम्पुटीकरण की आवश्यकता बताई। सांसद रावत ने प्रधानमंत्री द्वारा सहकारिता विभाग की पृथक स्थापना को प्रगति एवं उन्नति में मील का पत्थर बताया। राज्यसभा सांसद चुन्नी लाल गरासिया ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा अंत्योदय के लिए जनहितकारी योजनाएं सहकार भाव को समर्पित है, परिणाम स्वरूप श्वेत और हरित क्रांति के बाद मीठी और नील क्रांति जो मत्स्य और मधुमक्खी पालन से शहद नवाचार के साथ रोजगारोन्मुखी है।
भारतीय संस्कृति ने सहकार भाव को विश्व में दी पहचान-दक
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