
नई दिल्ली । बांग्लादेश कोविड टीकों की आपूर्ति में असमर्थता के चलते अमेरिका से 40 लाख एस्ट्राजेनेका की खुराक हासिल करने में भारत की मदद चाहता है। मंगलवार को टेलीफोन पर बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने इस संबंध में विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की थी। सूत्रों के मुताबिक, बांग्लादेश ने भारत से वैक्सीन आपूर्ति को कहा था। साथ ही अमेरिकी मदद के लिए सहयोग हेतु भी भारत से अनुरोध किया था। हालांकि गुरुवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस संबंध में पूछे गए सवाल पर कोई सीधा जवाब नही दिया। भारत अमेरिका से वैक्सीन आपूर्ति को लेकर निगाह बनाए हुए है। सूत्रों ने कहा, भारत ने बांग्लादेश को मदद का भरोसा दिया है। हालांकि घरेलू जरुरतों के चलते भारत बांग्लादेश को वैक्सीन दे पाने में असमर्थ है। गौरतलब है कि भारत के वैक्सीन निर्यात और वैक्सीन मैत्री कार्यक्रम निलंबित होने से बांगलादेश, नेपाल,श्रीलंका, मालदीव और भूटान जैसे देशों की वैक्सीन जरुरतों पर असर पड़ा है। इसकी वजह से चीन को अपनी वैक्सीन भेजने का मौका मिला है। चीन ने बांग्लादेश को करीब पांच लाख खुराक दी है। भारत द्वारा अपने स्वयं के संकट से निपटने के लिए निर्यात को रोकने के बाद बांग्लादेश ने 26 अप्रैल को वैक्सीन की पहली खुराक लगाने का कार्यक्रम निलंबित कर दिया था। इसके बाद, देश के दवा नियामक ने सिनोफार्म टीकों के आपातकालीन उपयोग को अधिकृत किया। बांग्लादेश ने महामारी पर लगाम लगाने के लिए 28 जनवरी को कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू किया था। बांग्लादेश में अब तक कुल 5.82 मिलियन लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक मिल चुकी है। बुधवार को, देश के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने कोरोना के 1,608 नए मामले और 37 नई मौतों की सूचना दी थी। जिससे कुल मामलों की संख्या 783,737 और कुल मृत्यु का आंकड़ा 12,248 हो गया। सूत्रों ने बताया कि बांग्लादेशी सरकार ने चीन से कोरोना के टीके सिनोफार्म की खरीद को मंजूरी दे दी है। आर्थिक मुद्दों से निपटने के लिए सर्वोच्च निकाय, आर्थिक मामलों की बांग्लादेश की कैबिनेट कमेटी ने एक बैठक में खरीद को मंजूरी दी है। बांग्लादेश को चीन द्वारा दान किए गए सिनोफार्म कोरोना वैक्सीन का एक बैच मिलने के एक सप्ताह बाद यह मंजूरी मिली है। बांग्लादेशी सरकार ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह अगले सप्ताह से चीन द्वारा दान किए गए सिनोफार्म कोरोना वैक्सीन का प्रशासन शुरू कर देगी।