राजस्थान का कोटा रेल मंडल (Kota Railway Division) लगातार नवाचार कर यात्रियों को नई-नई सुविधाएं देने का काम कर रहा है. पहले विंडो टिकट की जगह मोबाइल से टिकट की व्यवस्था की गई. साथ ही यात्रियों की शिकायतों के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया, जो 24 घंटे यात्रियों की समस्याओं का समाधान कर रहा है. अब इस बार कोटा रेल मंडल ने यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेनों में टिकट चेकिंग स्टाफ (टीटीई) को प्राथमिक इलाज के लिए 13 प्रकार की दवाईयों के साथ मेडिकल किट उपलब्ध कराया है.
कोटा रेल प्रशासन यात्री सुविधाओं को लेकर बेहद सजग है. यात्री सुविधा को ध्यान में रखते हुए डीआरएम मनीष तिवारी के मार्गदर्शन में कोटा मंडल ने चलती ट्रेनों में आपातकालीन परिस्थिति में यात्रियों के प्राथमिक इलाज के लिए एक सकारात्मक पहल की है. मौजूदा समय में अभी तक केवल यात्रियों के लिए प्राथमिक इलाज की व्यवस्था यात्री ट्रेन मैनेजर (गार्ड) और स्टेशन पर स्टेशन अधीक्षक के पास उपलब्ध होती थी.
टीटीई के पास होगी सामान्य बीमारियों की दवाई
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय ने बताया कि यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मंडल ने यात्री ट्रेनों के सभी टिकट चेकिंग स्टाफ (टीटीई) को प्राथमिक उपचार किट जारी किए हैं. इस फस्ट एड किट में सामान्य बीमारियों से संबंधित 13 प्रकार की दवाईयां ट्रेन में टिकट चेकिंग स्टाफ के पास ड्यूटी के दौरान उपलब्ध होगी.
इसे चेकिंग स्टाफ को अपने साथ में रखना अनिवार्य है. यात्री आपातकालीन परिस्थितियों में 50 रुपए फीस देकर इसकी सुविधा चलती गाड़ी में ले सकता है. किसी यात्री को प्राथमिक इलाज की जरूरत होने पर चलती ट्रेन में ऑन ड्यूटी टीटीई से सम्पर्क कर सकता है. ऑन ड्यूटी चेकिंग स्टाफ टेलीफोन पर डॉक्टर से सलाह लेने के बाद यात्री को दवा उपलब्ध कराएगा.
वहीं डॉक्टर के परामर्श पर जिस भी यात्री को मेडिकल सहायता दी जाएगी, उसका ब्यौरा यानी यात्री का नाम, लिंग, उम्र, पीएनआर, कोच संख्या, बर्थ संख्या, यात्रा स्टेशन का नाम, गंतव्य स्टेशन का नाम और डॉक्टर का नाम रिकार्ड के तौर पर दर्ज किया जाएगा. मेडिकल किट में सामान्य बीमारी जैसे- बुखार, उल्टी, दस्त, हल्की चोट, आई ड्राप, बैंडेज आदि से संबंधित दवाईयां उपलब्ध होंगी. मंडल के 257 टिकट चेकिंग स्टाफ को प्राथमिक इलाज किट उपलब्ध करा दी गई हैं, जिसका उपयोग भी शुरू कर दिया गया है.