प्रदेश में कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष मेवाड़ा को गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। गुजरात पुलिस स्थानीय कोतवाली पुलिस की मदद से कांग्रेस नेता के घर पहुंची और मेवाड़ा को गिरफ्तार कर कोतवाली थाने ले आई, जहां पूछताछ के बाद पुलिस गुजरात लेकर चली गई। उधर मनीष मेवाड़ा की गिरफ्तारी के बाद परिवार व उनके समर्थक कोतवाली थाने पुलिस पहुंचे और गुजरात पुलिस के समक्ष कई दलीलें पेश कीं लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी।
कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गुजरात के मेहसाणा इलाके के एक व्यक्ति जिसका नाम रमणी शंकर पटेल बताया जा रहा है, उसके साथ डेढ़ करोड़ रुपए का फ्रॉड हुआ था, जिस अकाउंट में इस फ्रॉड की राशि गई वह अकाउंट कांग्रेस नेता मनीष मेवाड़ा का बताया जा रहा है, जिसमें डेढ़ करोड़ रुपयों की एंट्री के सबूत गुजरात पुलिस को मिले हैं। 6 महीने के भीतर इस राशि को बूंदी के बैंक से निकाला भी गया।
जांच-पड़ताल करने के बाद गुजरात पुलिस बूंदी के कोतवाली थाना पहुंची और स्थानीय पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने देवपुरा स्थित आवास से मनीष मेवाड़ा को हिरासत में लिया और उसे कोतवाली थाना लाया गया, जहां गुजरात पुलिस ने पूछताछ की, जिस पर मनीष ने बूंदी शहर की एक इंश्योरेंस कंपनी के कर्मचारी का नाम बताया। मेवाड़ा ने कहा कि उन्होंने अपना करंट अकाउंट इंश्योरेंस कंपनी के एक कर्मचारी को दिया हुआ था और वह इसके लिए हर महीने उन्हें 50 हजार रुपये देता था। अचानक डेढ़ करोड़ रुपये की एंट्री का मैसेज मिलने के बाद उन्होंने तुरंत बैंक में जाकर अकाउंट को फ्रिज करवा दिया था। कांग्रेस नेता ने डेढ़ करोड़ रुपयों की हेराफेरी की बातों को झूठा बताया है।
जानकारी के अनुसार कांग्रेस नेता मनीष मेवाड़ा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा की टीम से भी जुड़े हुए थे और लंबे समय से जिला कांग्रेस कमेटी व प्रदेश में प्रवक्ता के पद पर कार्यरत थे।