"हुजूर सदन की कार्यवाही चल रही है फिर बजट पेश होगा, 26 जुलाई की डेट दें वो जरूर हाजिर होंगे।" यह बात एमपीएमएलए मजिस्ट्रेट से बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने कही तो अगली पेशी पर राहुल गांधी को पेश होने का मौका मिला।
एमपीएमएलए न्यायालय में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के विरुद्ध मानहानि का मुकदमा चल रहा है। उन्हें बयान देने के लिए कई पेशियों से तलब किया जा रहा। परिवादी के अधिवक्ता संतोष पांडे ने सुनवाई शुरू होते ही कहा कि जमानत करवाने के बाद कई पेशियों से आरोपित न्यायालय में उपस्थित नहीं हो रहे, उन्हें अंतिम अवसर दिया गया फिर भी नहीं आए। अब गिरफ्तारी का वारंट जारी हो।
इस पर राहुल के वकील काशी प्रसाद शुक्ल ने कहा कि बात सही है, लेकिन अभी संसद सत्र चल रहा है। श्रीमन एक अवसर दीजिए फिर जो आदेश होगा उसका पालन किया जाएगा। मजिस्ट्रेट शुभम वर्मा ने अगली पेशी नियत कर उन्हें उपस्थित करने की बात कही।
क्या है पूरा मामला?
कर्नाटक के बेंगलुरु में एक चुनावी सभा के दौरान राहुल गांधी ने अमित शाह को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी। राहुल के बयान से आहत होकर जिले के कोतवाली देहात थाना के हनुमानगंज निवासी भाजपा नेता विजय मिश्रा ने अगस्त 2018 में राहुल के खिलाफ विशेष न्यायालय में परिवाद दायर किया था।
लंबी प्रक्रिया चलने व पेशी पर नहीं पहुंचने को लेकर विशेष जज ने दिसंबर 2023 को विरुद्ध वारंट जारी कर दिया। इसके बाद राहुल गांधी ने 20 फरवरी को कोर्ट में समर्पण किया, जहां तत्कालीन जज योगेश यादव ने उन्हें 25-25 हजार के दो मुचलके पर जमानत देते हुए दो मार्च को बयान दर्ज कराने के आदेश दिए थे। बीते 26 जून को कोर्ट ने राहुल गांधी को व्यक्तिगत रूप से तलब किया था।