नेपाल में बुद्ध बॉय नाम से चर्चित स्वयंभू आध्यत्मिक गुरु राम बहादुर बम्जन को नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न के मामले में 10 वर्ष कैद की सजा सुनाई गई है। सरलाही जिला न्यायालय के न्यायाधीश जीवन कुमार भंडारी ने बोमजान पर 500,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया है। पिछले सप्ताह बम्जन को नाबालिग लड़की के साथ यौन उत्पीड़न का दोषी पाया था। मामले में उसके दो सहयोगियों जीत बहादुर तमांग और ज्ञान बहादुर बम्जन को बरी कर दिया गया।बम्जन फिलहाल जलेश्वर जेल में न्यायिक हिरासत में है। उसे नेपाल पुलिस के केंद्रीय जांच ब्यूरो की एक टीम ने 9 जनवरी को काठमांडो के बुधनीलकांठा से गिरफ्तार किया था। उसके खिलाफ 6 फरवरी, 2020 को सरलाही जिला न्यायालय ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, जिसके बाद से वह फरार चल रहा था। बम्जन पर 4 अगस्त, 2016 को एक 15 वर्षीय लड़की ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था, जो एक अनी (नन) के रूप में सरलाही के पत्थरकोट में अपने आश्रम में रह रही थी।23 फरवरी, 2020 को जब पीड़िता बालिग हो गई तो उसने बम्जन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पांच अन्य परिवारों ने भी उसके खिलाफ हत्या, अपहरण और यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। बम्जन 2005 में बिना भोजन, पानी व नींद के ध्यान करने से चर्चा में आया था, जिसके कारण उसे बुद्ध बॉय नाम मिला।
यौन उत्पीड़न मामले में स्वयंभू बुद्ध बॉय बम्जन को 10 साल की कैद
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