सरकारी आंकड़ों के मुताबिक तो 30 मार्च 2021 से 19 मई 2021 तक प्रदेश में काेरोना से 1597 लोगों की हो चुकी है मौत
मध्य प्रदेश में कोरोना से मरने वालों के परिवार को सरकार की ओर से 1 लाख रुपए अनुग्रह राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर से लौटने के बाद गुरुवार देर शाम बीजेपी विधायकों की वर्चुअल बैठक में यह घोषणा की। जल्द ही इस संबंध में नियम बनाए जाएंगे। दो दिन पहले ही सरकार ने कोरोना से मरने वाले सरकारी कर्मचारियों के परिजनों को 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया था।
सरकारी आंकड़े देखें, तो 30 मार्च 2021 से 19 मई 2021 तक मप्र में काेरोना से 1597 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि सामान्य व्यक्ति की मौत पर परिवार को अनुग्रह राशि देने की अवधि फिलहाल तय नहीं है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री कोविड-19 विशेष अनुग्रह योजना की अवधि को ही मान्य किया जाएगा।
राज्य सरकार ने कोविड से मरने वाले सरकारी कर्मचारियों के परिवारों को राहत देने के लिए मुख्यमंत्री कोविड-19 विशेष अनुग्रह योजना शुरू की है। इसके तहत राज्य में कार्यरत शासकीय सेवकों की कोविड-19 से आकस्मिक मृत्यु होने पर उनके परिवार को तात्कालिक आर्थिक सहायता के रूप में 5 लाख रुपए की अनुग्रह राशि प्रदान की जायेगी। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि इसके अलावा, 'मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकंपा नियुक्ति योजना शुरू की गई है। इसमें दिवंगत कर्मचारी के परिवार के एक पात्र सदस्य को उसी प्रकार के नियोजन में अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी।
मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकंपा नियुक्ति योजना एक मार्च 2021 से 30 जून 2021 तक लागू रहेगी। इसी प्रकार मुख्यमंत्री कोविड-19 विशेष अनुग्रह योजना 30 मार्च 2021 से 31 जुलाई 2021 तक लागू रहेगी।
दिल्ली में 50 हजार रुपए, बच्चों को हर महीने 2500 रुपए की पेंशन
मध्य प्रदेश सरकार से पहले दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने यह योजना लागू कर दी है। जिसके तहत दिल्ली के हर उस परिवार को सरकार की तरफ से 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी, जिसमें किसी भी मौत कोविड-19 के कारण हुई है। साथ ही, जिन बच्चों के माता-पिता दोनों की मौत महामारी के कारण हुई है। उन्हें भी हर महीने 2500 रुपए पेंशन और मुफ्त शिक्षा दी जाएगी।