जयपुर में व्यापारी के घर हुई लूट के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, जिसमें एक व्यापारी के बेटे और उसके भांजे ने मिलकर 75 लाख रुपये की लूट की झूठी कहानी रची। पुलिस ने 6 घंटे के भीतर ही इस मामले का खुलासा कर दिया और व्यापारी के भांजे के फ्लैट से 75 लाख रुपये बरामद कर लिए। इसके साथ ही 5 लाख रुपये और भी मिले हैं।
मामला विधायकपुरी थाना इलाके का है। व्यापारी के 17 साल के बेटे और उसके 21 साल के भांजे ने ऑनलाइन जुआ खेलने और लग्जरी लाइफ स्टाइल के लिए पैसों की जरूरत के चलते इस साजिश को अंजाम दिया। पुलिस ने वारदात स्थल के आसपास लगे CCTV फुटेज खंगालने के बाद इस साजिश का पर्दाफाश किया।
मंगलवार शाम को व्यापारी के फ्लैट पर केवल उनका 12वीं कक्षा में पढ़ने वाला बेटा ही मौजूद था। नाबालिग ने अपने ममेरे भाई प्रिंस के साथ मिलकर यह योजना बनाई थी। शाम करीब 5 बजे तीन बदमाश फ्लैट पर पहुंचे और बेल बजाई। गेट खोलते ही तीनों बदमाश हथियार दिखाकर अंदर घुस गए और गोली मारने की धमकी देकर रुपयों के बारे में पूछा और तिजोरी में रखे 75 लाख रुपये एक बैग में रखकर ले गए।
पुलिस ने टॉवर में सीढ़ियों और लिफ्ट के पास लगे CCTV कैमरे के फुटेज खंगाले तो एक युवक कार से शाम 5 बजे बैग लेकर आता और लिफ्ट से ट्रॉली बैग लेकर आराम से जाता दिखाई दिया। शक होने पर फ्लैट मालिक के बेटे से पूछताछ की गई तो मामले का खुलासा हुआ। सामने आया है कि कारोबारी के साले का लड़का प्रिंस ही रुपयों से भरा ट्रॉली बैग लेकर गया था।
प्रिंस गंगानगर का रहने वाला है और निर्माण नगर में एक फ्लैट में रहता है। उसने अपने मामा संतोष पूनिया को शाम 4:30 बजे कॉल कर कहा कि वह दोस्तों के साथ श्रीनगर घूमने जा रहा है और उसे ट्रॉली बैग की जरूरत है। संतोष पूनिया ने उसे फ्लैट से बैग ले जाने को कहा। प्रिंस कैब से 5 बजे फ्लैट पर पहुंचा और ट्रॉली बैग लेकर चला गया।
पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि लूट की कहानी मनगढ़ंत थी। दोनों लड़कों को लग्जरी लाइफ और जुआ खेलने की लत थी, इसलिए पैसों की जरूरत थी। उन्होंने पैसे एक अन्य रिश्तेदार को दिए, जो साजिश से अनजान था। इस मामले में फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है क्योंकि परिवार ने एफआईआर दर्ज नहीं कराई है।