काहिरा। हाल के दिनों में विभिन्न देशों से आए हजारों लोग सऊदी अरब में हज यात्रा के दौरान गंभीर परिस्थितियों में मारे गए। लोगों के मरने का मुख्य कारण भीषण गर्मी रहा सऊदी अरब में तापमान 51 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच गया है। वहीं, मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली ने शनिवार को 16 पर्यटन कंपनियों को उनके लाइसेंस रद करने का आदेश दे दिया है।अरब राजनयिकों ने इस सप्ताह की शुरुआत में एएफपी को बताया कि मिस्रवासियों की 658 मौतें हुईं, जिनमें से 630 अपंजीकृत तीर्थयात्री थे। इसको लेकर मिस्र प्रशासन काफी गंभीर हो गया है। ट्रैवल एजेंटों ने हज यात्रियों को सऊदी अरब अवैध रूप से भेजा जिसकी कोई जानकारी नहीं दी गई।मिस्र कैबिनेट ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने इन कंपनियों के लाइसेंस रद्द करने, उनके प्रबंधकों को सरकारी अभियोजक के पास भेजने और उन तीर्थयात्रियों के परिवारों को लाभ पहुंचाने के लिए जुर्माना लगाने का आदेश दिया है, जिनकी वजह से उनकी मौत हो गई।वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सऊदी सरकार ने हज के दो सबसे व्यस्त दिनों में 577 मौतों की पुष्टि की है। शनिवार को, जब तीर्थयात्री माउंट अराफात पर तेज धूप में घंटों प्रार्थना के लिए एकत्र हुए और और रविवार को जब उन्होंने मीना में "शैतान को पत्थर मारने" की रस्म में भाग लिया।
हज यात्रियों की मौत के बाद एक्शन में मिस्र
← पिछली खबर
आपके विचार
पाठको की राय