भोपाल। नजीराबाद थाना इलाके में मानसिक रुप से बीमार किसान को परिवार वाले इलाज के लिये तांत्रिक के पास लेकर गये थे। वहॉ झाड़फुंक के बीच ही किसान उठकर भागा और जंगल में जाकर एक पेड़ पर फांसी लगा ली। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम काला पाठा, नजीराबाद में रहने वाला 35 वर्षीय भैयालाल गुर्जर पिता जगन्नाथ गुर्जर परिवार के साथ खेती-किसानी करता था। उसकी ससुराल रावतपुरा में है। परिवार वालो ने पुलिस को बताया कि बीते काफ दिनो से भैयालाल का मानसिक संतुलन बिगड़ गया था, और वह अजीबो गरीब हरकते करने लगा था। उसकी ससुराल वालो ने बताया कि रावतपुरा में एक तांत्रिक उपरी हवा का इलाज करते है, यदि भैयालाल का उससे झाड़फूं कर इलाज कराया जाए तो काफी आराम मिल सकता है। इसके बाद परिवार और ससुराल वाले उसे बुधवार रात करीब 9 बजे रावतपुरा में तांत्रिक के पास लेकर पहुंचे थे। तांत्रिकं ने उनसे कहा की देव स्थान पर देर रात को झाड़फूंक और पूजन पाठ करना होगी। परिजन वहीं ठहर गये काफी रात को तांत्रिक ने झाड़फूंक शुरू की उसकी दौरान भैयालाल वहां से निकलकर तेजी से जंगल की और भाग गया। रात में परिवार वालो ने उसकी काफी तलाश की लेकिन वह नहीं मिल सका। अगली सुबह परिजन फिर उसकी खोजबीन में निकले तो उन्हें भैयालाल की लाश जंगल में एक पेड़ पर तौलिये से बने फंदे पर लटकी नजर आई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के बाद परिवार वालो को सौंपते हुए आगे की जॉच शुरु कर दी है।
झाड़फूंक के दौरान भागे किसान ने जंगल में पेड़ पर फांसी लगाई
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