नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला तेज करते हुए शिवसेना ने कहा कि उन्हें महाराष्ट्र की राजनीति में दिलचस्पी लेने के बजाय पाकिस्तान द्वारा हो रहे संघर्ष विराम उल्लंघन को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।

भाजपा की पूर्व सहयोगी पार्टी ने मोदी पर यह कहते हुए भी निशाना साधा कि देश के हितों की रक्षा के लिए ‘56 इंच का सीना’ नहीं चाहिए बल्कि मजबूत इच्छाशक्ति चाहिए। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने भी मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने अनेक बार उकसावे की हरकतों के बावजूद जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान के जवानों द्वारा लगातार हो रही गोलीबारी तथा गोलाबारी को रोकने के लिए कुछ नहीं किया।

राहुल ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए अपनी पहली चुनावी रैली में रायगढ़ जिले के महाड में कहा, ‘लोकसभा चुनावों से पहले मोदी चीन और पाकिस्तान के प्रति आक्रामक रवैया अख्तियार करने की बात करते थे। अब इतनी बार उकसाने के बावजूद प्रधानमंत्री पिछले तीन महीने से कुछ नहीं कर रहे।’

शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा कि सीमापार से गोलीबारी और गोलाबारी के खिलाफ सरकार द्वारा कड़े कदम नहीं उठाये जाने से पाकिस्तान का हौसला बढ़ा है। शिवसेना ने लिखा कि मोदी राज्य में चुनावी रैलियों में व्यस्त हैं जबकि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए उनकी सबसे ज्यादा जरूरत केंद्र में है।

भाजपा उम्मीदवारों के लिए मोदी के ताबड़तोड़ प्रचार का जिक्र करते हुए शिवसेना ने कहा, ‘मोदी जी, हम महाराष्ट्र की राजनीति के बारे में तो बाद में भी बात कर सकते हैं लेकिन फिलहाल ज्यादा महत्वपूर्ण है कि हम अपने पड़ोसी की करतूतों को नहीं सहें।’ पार्टी ने कहा, ‘क्या आपको देश के हितों की रक्षा करने के लिए और पाकिस्तान को उसकी कारगुजारियों का सबक सिखाने के लिए 56 इंच का सीना चाहिए? आपको उन्हें करारा जवाब देने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति की जरूरत है।’

शिवसेना के मुताबिक, ‘पाकिस्तान भारत की तरफ लगातार गोलीबारी का दुस्साहस कर रहा है क्योंकि भारत सरकार ने कड़े कदम नहीं उठाये हैं।’ सपा महासचिव नरेश अग्रवाल ने भी मोदी और भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिन्हें हम मजबूत समझते थे वे कमजोर निकले। जिसे हमने पूरी ताकत दी वे इसका इस्तेमाल करने में विफल रहे। हम उस तरीके से इसका जवाब नहीं दे पा रहे जिस तरह से पाकिस्तान जैसा छोटा देश भारत को धमका रहा है और हमारे इलाके में नियमित गोलीबारी कर रहा है।

अग्रवाल ने कहा, ‘हम कायरों की तरह बर्ताव कर रहे हैं और केवल झूठी चेतावनी दे रहे हैं। सरकार से इस तरह की अपेक्षा कोई नहीं करता। सरकार ने देश को निराश किया है। अगर देश में मुलायम सिंह यादव की सरकार होती तो पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब मिलता।’

कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा, ‘पाकिस्तान नियमित आधार पर हमें चुनौती देता है, हमारे सम्मान से खेलता है और जानमाल को नुकसान पहुंचाता है और हम कुछ नहीं कर पा रहे हैं। हम सिर्फ आंकड़े देते हैं।’ राजनीतिक दलों की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आयी है जब पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा जम्मू कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर की गई भारी गोलाबारी में आज एक परिवार की दो महिलाओं की जान चली गयी जबकि 15 अन्य घायल हो गये। पाकिस्तान की ओर से पिछले करीब एक हफ्ते से अधिक समय से लगातार किये जा रहे संघषर्विराम उल्लंघन में आठ लोगों की जान जा चुकी है।

माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा संघषर्विराम उल्लंघन की बढती घटनाओं से सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोग परेशान हो गये हैं और इन घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।