भोपाल : एम.पी. ट्रांसको (मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी) ने मध्यप्रदेश की एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइनों के नजदीक बनाये गये अनाधिकृत एवं असुरक्षित निर्माणों को हटाने के अपने अभियान में गतदिवस भोपाल की एक घनी बस्ती से मानव जीवन के लिये खतरा बन चुके निर्माण को हटा दिया है। इसके पहले एम.पी. ट्रांसको की टीम ने उज्जैन एवं गाड़रवारा में इसी तरह की कार्रवाई कर दुर्घटना की आंशका को समाप्त किया था।

एम.पी. ट्रांसको की गोविंदपुरा (भोपाल) - लालघाटी 132 के.व्ही. एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन गत दिवस ट्रिप हुई। यह लाइन घने रहवासी इलाके देवकी नगर, करौंद से गुजरती है। एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन की पेट्रोलिंग के दौरान यह संज्ञान में आया कि इस लाइन के लोकेशन नं. 14 एवं 15 के समीप एक रहवासी ने अपने छत से लगभग पांच फुट दूरी पर 132 के.व्ही. एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन के समीप बाउंड्रीवाल निर्मित कर ली थी। निर्माण में उपयोग की गई सामग्री के एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन के इंडक्शन जोन में आने से यह ट्रिपिंग हुई, लेकिन संयोग से कोई जन हानि नहीं हुई। संबंधित मकान मालिक सहित इस क्षेत्र के अन्य मकान मालिकों को पूर्व में भी नोटिस देकर उन्हे खतरे के प्रति आगाह करा दिया गया था एवं उक्त जोखिम भरे निर्माण हटाने का नोटिस दिया गया था। इस ट्रिपिंग के बाद एम.पी. ट्रांसको के अधिकारियों ने मकान मालिक को समझाइश देकर एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन के समीप/नीचे बने निर्माण के खतरों से आगाह कराया एवं उन्‍हे पुरानी दुर्घटनाओं के फोटो दिखाकर समझाइश दी। इसके बाद मकान मालिक ने एम.पी. ट्रांस्को की मदद से एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन के समीप बनाई गयी अपनी बांउड्रीवाल स्वेच्छा से तोड़कर अपने परिवार सहित अन्य को सुरक्षित कर लिया।

जारी रहेगी मुहिम

एम.पी. ट्रांसको के भोपाल सहित मध्यप्रदेश के अन्य स्थानों पर भी एक्स्ट्रा हाइटेंशन लाइन के समीप बने मानव जीवन के लिये असुरक्षित निर्माणों को हटाने की यह मुहिम जारी रहेगी।