इस बार 9 जून को मेवाड़ वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप धूम धाम से जयंती मनाई जाएगी. इसकी तैयारियां 10 दिन पहले से ही शुरू हो चुकी हैं. इस मौके पर शहरभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, लेकिन सबसे आकर्षण का केंद्र होगा महिलाओं द्वारा तलवार लहराते हुए "तलवार रास करना."
इस दौरान महिलाएं उदयपुर के सबसे बड़े चेतक सर्कल पर एकत्रित होंगी, यहां पर महिलाएं तलवार रास करेंगी. इस आयोजन की तैयारी कई दिनों से की जा रही है. यहीं नहीं कई अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा भी इस मौके पर आयोजन किया जाएगा..
तवार रास का क्या है उद्देश्य?
तलवार रास का कार्यक्रम उदयपुर की अजब सेवा संस्थान की महिलाओं द्वारा किया जाएगा. जिससे शहर की कई महिलाएं जुड़ी हुई हैं. यह रास महिलाओं के आत्मरक्षा और स्वाभिमान का प्रतीक है. संस्था द्वारा सामाजिक चेतना के लिए कई कार्य किए जा रहे हैं, जिसमें शौर्य तलवार रॉस खास है.
इस आयोजन का उद्देश यह दर्शाना है कि महिलाएं भी सनानत संस्कृति की रक्षा बखूबी कर सकती हैं. उदयपुर में बड़े स्तर पर इस तरह का कार्यक्रम पहली बार होगा. इससे पहले भी तलवार रास का आयोजन किया जा चुका है, अब 3 जून को उदयपुर में पहली बार ऐसा कार्यक्रम देखने को मिलेगा.
राष्ट्रीय तीर्थ स्थल पर भी होंगे कार्यक्रम
महाराणा प्रताप की 485वीं जयंती समारोह का कार्यक्रम राष्ट्रीय तीर्थ स्थल प्रताप गौरव केंद्र पर भी आयोजित किया जाएगा. प्रताप गौरव केंद्र पर 6 से 9 जून तक महाराणा प्रताप जयंती समारोह का आयोजन किया जाएगा. जिसमें 6 जून से पांच अलग- अलग विषयों पर कार्यशालाएं शुरू होंगी.
जयंती समारोह में ये होंगे अतिथि
इसी क्रम में 8 जून को जयंती समारोह का उद्घाटन कार्यक्रम होगा. इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल मुख्य वक्ता होंगे. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी शामिल होंगे. इसके अलावा 4 दिन अलग- अलग कार्यक्रम होंगे, इसके अलावा पूरे शहर में शोभायात्रा निकाली जाएगी.