Kalpana Soren : बाहर से सीएम आ रहे हैं, पीएम आ रहे हैं और कई मंत्री भी आ रहे हैं, झारखंडियों को बहकाने और बरगलाने के मकसद से। झारखंड हम झारखंडियों की विरासत है, किसी की जागीर नहीं जो हमसब से छीन ले।
हमारे जिन आदिवासी महापुरुषों का सिर दमनकारी अंग्रेजी हुकूमत के आगे नहीं झुका वह इन बाहर से आए लोगों के सामने क्यों और कैसे झुकेगा। झारखंड झुकेगा नहीं, इंडिया रूकेगा नहीं, दिल्ली वालों से कह दो अब वहां की सत्ता हमारी है, दिल्ली...हम आ रहे हैं। ये शब्द थे चुनावी शोर और 45 पार कर चुके पारे से उमस भरी गर्मी के बीच सियासी संग्राम में उतरी जेएमएम नेत्री व हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के। कल्पना के शब्दों में एक रोष था, अपनी जनता के प्रति एक विश्वास था और लगातार स्टेज चहलकदमी कर लोगों को संबोधित करने का ओजस्वी स्वर। जिसमें चुनावी दाव-पेंच, जनमानस को अपनी बातों को मनवा लेने की जिद व जद्दोजहद के साथ पति हेमंत को जेल भेजने के लिए जिम्मेदार बताने की अकुलाहट भी। अपनी बातों के जरिए वह अपने खोये अतीत व परिवार विरासत को कायम रखने का पुरजोर प्रयास करती दिखीं।
आपके एक-एक वोट में है हेमंत सोरेन की आजादी के ताले की चाबी
आखिरी रण तक पहुंच चुकी चुनावी सभा को संबोधित कर रही कल्पना ने भीड़ को भावुक करने को वह हर हथकंडा अपना जो उन्हें लोगों के और करीब कर दे। उन्होंने सभा में लगे झंडे की ओर इशारा कर लोगों से कहा यह तस्वीर किसकी है। भीड़ से आवाज आई दिसाेम गुरु की। फिर कहा बस इन्हें नाम पर और इन्हीं की विरासत को संजोने के लिए अपने तीर-धनुष निशान पर बटन दबाना है।
कल्पना ने जनता से की नलिन सोरेन को जिताने की अपील
उन्होंने अपने ससुर दिसोम गुरु शिबू सोरेन के नाम पर अपने प्रत्याशी चाचा नलिन सोरेन को जिताने की लोगों से अपील की। कहा आपका एक-एक वोट से जेल में बंद हेमंत के ताले की चाबी का काम करेगा। यह तभी संभव हो सकेगा जब दिल्ली में बैठे लोगों को बेदखल करेंगे। हम अपने प्रत्याशी को जिताकर दिल्ली की सत्ता पर इंडी गठबंधन की सरकार बनाएंगे और यह चुनाव एनडीए की ताबूत का आखिरी कील साबित होगा।