अमेरिका व सहयोगी देशों की चेतावनी और अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के हमले रोकने के आदेश के बावजूद रफाह में इजरायली सैन्य कार्रवाई जारी है। इजरायली सेना के टैंक मिस्त्र की सीमा पर बसे गाजा के रफाह शहर की सड़कों को रौंद रहे हैं। बुधवार को हुई भीषण लड़ाई में वहां पर 37 फलस्तीनी और तीन इजरायली सैनिक मारे गए। इजरायल ने कहा है कि गाजा में हमास का शासन खत्म करने के लिए 2024 के अंत तक लड़ाई चल सकती है।
अभी तक 36,171 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं
गाजा में सात अक्टूबर, 2023 से जारी इजरायली हमलों में अभी तक 36,171 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं जबकि 290 इजरायली सैनिक मरे हैं। रफाह में इजरायली टैंक मंगलवार को पहुंच गए और अब वे शहर के मध्य में गश्त करते हुए गोलाबारी कर रहे हैं। शहर के तेल अल-सुल्तान इलाके में ड्रोन से शरणार्थियों के टेंट को निशाना बनाए जाने की सूचना है। हमास और इस्लामिक जिहाद के लड़ाके एंटी टैंक रॉकेट, मोर्टार और रास्तों में एक्सप्लोसिव डिवाइस लगाकर इजरायली सेना का मुकाबला कर रहे हैं।
आतंकियों की तलाश में छापेमारी कर रही है इजरायली सेना
इजरायल ने कहा है कि शहर के तीन चौथाई भाग पर उसकी सेना ने कब्जा कर लिया है और अब वह आतंकियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। इजरायली सेना के अनुसार यह शहर मिस्त्र की सीमा के नजदीक है और वहां तस्करी के जरिये पहुंचे हथियार हमास को मिलते रहे हैं, अब इस तस्करी को रोकने के लिए प्रयास हो रहे हैं।
रफाह में इजरायली सेना की कार्रवाई जारी
अमेरिका और अन्य सहयोगी देशों की लगातार चेतावनी के बावजूद रफाह में इजरायली सेना की कार्रवाई रुक नहीं रही है। इसके कारण बड़ी संख्या में लोग मारे जा रहे हैं और घायल हो रहे हैं। बीते दो हफ्तों में दस लाख शरणार्थियों के रफाह छोड़ देने के बावजूद वहां पर अभी भी लाखों शरणार्थी बचे हैं। इन्हीं शरणार्थियों के बीच शहर में इजरायली सेना और हमास लड़ाकों के बीच लड़ाई चल रही है।
बुधवार की लड़ाई में मारे गए ज्यादातर लोग टेंट में रहने वाले शरणार्थी थे। इस बीच अल्जीरिया ने रफाह में इजरायली कार्रवाई को रोके जाने के लिए सुरक्षा परिषद परिषद में प्रस्ताव पेश किया है। लेकिन अमेरिका ने कहा है कि इजरायली हमलों में गाजा में आमजनों के मारे जाने के बावजूद इजरायल को उसका समर्थन जारी रहेगा।
राहत सामग्री की आपूर्ति जारी कराए अमेरिका
गाजा के स्वास्थ्य मंत्री माजेद अबू रमादान ने अमेरिका से अनुरोध किया है कि वह रफाह क्रासिंग खोलने के लिए इजरायल पर दबाव डाले जिससे मिस्त्र के रास्ते भेजी जा रही राहत सामग्री गाजा पहुंच सके। राहत सामग्री के अभाव में लाखों फलस्तीनियों का जीवन मुश्किल में फंसा हुआ है।
हाउती ने गिराया अमेरिका का रीपर ड्रोन
यमन के हाउती विद्रोहियों ने बुधवार को लाल सागर के नजदीक आकाश में अमेरिका के अत्याधुनिक एमक्यू-9 रीपर ड्रोन को मार गिराया। हाउती ने वीडियो फुटेज जारी कर अपनी कार्रवाई को सुबूत दिया है। वीडियो से पता चलता है कि सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल से अमेरिकी ड्रोन को गिराया गया है।
इस ड्रोन का मलबा नजदीक के रेगिस्तान में पाया गया है। यह मिसाइल यमन के मारीब प्रांत से दागी गई थी। मई के महीने में ही क्षेत्र में अमेरिका का यह तीसरा ड्रोन हाउती विद्रोहियों ने गिराया है। गाजा में इजरायली हमले के विरोध में हाउती लाल सागर से गुजरने वाले जहाजों पर पिछले छह महीने से हमले कर रहे हैं।