बीजापुर जिले के ग्राम पीडिया में 10 मई को पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ को सर्व आदिवासी समाज की ओर से फर्जी बताने के साथ ही उस मामले की निष्पक्ष जांच कराने के साथ ही बस्तर बंद का आव्हान किया गया। जिस पर मंगलवार को दुकानदारों से लेकर व्यापारियों ने विरोध जताते हुए अपनी दुकानों को बंद रखा। इस दौरान किसी भी प्रकार से कोई भी अप्रिय घटना घटित ना हो इसके लिए बड़ी संख्या में पुलिस जवानों को भी तैनात किया गया था।बताया जा रहा है कि बीजापुर जिले के ग्राम पीडिया में पुलिस और नक्सलियों के बीच मे मुठभेड़ हुई थी, जिस दिन यह घटना हुई, उस दिन मारागुमेड तेंदूपत्ता खरीदी फंड में ग्रामीण तेंदूपत्ता खरीदने तो कुछ बेचने के लिए गए हुए थे। अचानक से पुलिस टीम को आता देख ग्रामीण डर के चलते भाग खड़े हुए, पुलिस की टीम ने चारों ओर से ग्रामीणों को घेर लिया, कुछ ग्रामीण पेड़ में चढ़ गए तो कुछ लोग झाड़ियों के पीछे छुप गए।कहा जा रहा है कि ग्रामीणों के खुद साधारण ग्रामीण बताने के बाद भी पुलिस टीम ने ग्रामीणों को गोली मारी, जिसके बाद इसी मामले की जांच को लेकर सर्व आदिवासी समाज ने मंगलवार को नगर बंद कराया। वहीं इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी से लेकर अन्य कुछ पार्टियों ने भी अपना समर्थन दिया है।
12 निर्दोष ग्रामीणों की हत्या के विरोध में बंद रहा बस्तर
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