अमेरिका समेत अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की चेतावनी के बावजूद इस्राइली सेना ने गाजा के दक्षिणी शहर रफाह पर हवाई हमले किए। फलस्तीनी स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि रफाह में विस्थापित लोगों के लिए बने तंबुओं पर इस्राइल के हवाई हमलों में 45 लोगों की मौत हो गई और कई लोग अब भी मलबे में फंसे हैं। मृतकों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, जबकि कई लोग हमले में घायल हुए हैं।

सोमवार तड़के हुए ये हवाई हमले उत्तरी गाजा से विस्थापित लोगों के शिविरों पर हुए। रविवार शाम से शुरू हुए इन हमलों से पहले वैश्विक अदालत (आईसीसी) ने इस्राइल को रफाह में सैन्य कार्रवाई रोकने के आदेश दिए थे। इस माह की शुरुआत में इस्राइली हमले से पहले तक रफाह में गाजा की आधी से ज्यादा आबादी ने शरण ली हुई थी। इलाके में हजारों लोग अब भी रह रहे हैं जबकि बहुत से लोग यहां से भाग निकले हैं। सबसे बड़े हवाई हमले की फुटेज से इलाके में भारी तबाही का मंजर दिखाई दे रहा है। इस्राइली सेना ने हमले की पुष्टि की और कहा कि उसने हमास के एक ठिकाने को निशाना बनाया और इसमें हमास के दो आतंकी भी मारे गए। सेना ने बताया कि वह नागरिकों को हुई क्षति की जांच करेगी। इस्राइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट को यहां तेज होते अभियान की जानकारी दी गई।

मृतक संख्या और बढ़ेगी
फलस्तीनी रेड क्रिसेंट सोसायटी के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस्राइली सेना के हवाई हमलों में मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। दरअसल, रफाह के तल अल सुल्तान में खोज-चाव अभियान सोमवार शाम तक जारी रहा। सोसायटी ने दोहराया कि इस्राइल ने खुद इस इलाके को एक ‘मानवीय क्षेत्र’ नामित किया था। यहां इस्राइल ने ही पूर्व में लोगों को शरण के लिए कहा था।