Shivpuri Collectorate Fire Case: अफसर की सूझबूझ और सीसीटीवी फुटेज से अग्निकांड हादसे की पोल खुल गई, नहीं तो कई सवाल खड़े हो जाते। मामले में पुलिस ने दो लोगों को रिमांड पर लिया है।
शिवपुरी कलेक्टर कार्यालय में बीते शनिवार को लगी आग के मामले में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की सूझबूझ और सीसीटीवी फुटेज ने आरोपियों तक पहुंचने में प्रशासन की मदद कर दी। नहीं तो पहले जैसे अग्निकांड हुआ करते थे और शार्ट-सर्किट या अन्य बहाने जताकर मामले दबा दिए जाते थे। लेकिन इस बार वरिष्ठ प्रशासनिक अफसरों की सूझबूझ से मामला खुल गया।
कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने जब कलेक्टर कार्यालय में आग की सूचना मिली थी तो वह स्वयं मौके पर पहुंचे और अग्रिकांड में दफ्तरों की फाइलें बचाने के लिए अपने अधीनस्थ अमले को लगा दी। साथ ही एसडीआरएफ और पुलिस ने भी मोर्चा संभाला। इसके बाद सबसे पहले सीसीटीवी फुटेज संभालने का काम किया गया। सीसीटीवी ने यह पूरा राज उगला दिया। इसके बाद आरोपियों तक पुलिस पहुंची और वह पकड़े गए।
मजिस्ट्रियल जांच जारी है, आरोपी बख्शे नहीं जाएंगे - कलेक्टर
शिवपुरी कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि भू-अर्जन सहित और संबंधित शाखा का रिकॉर्ड पूरी तरह सुरक्षित है। किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। इसके अलावा मजिस्ट्रियल जांच कराई जा रही है। कलेक्टर ने बताया कि मजिस्ट्रेट जांच का काम अपर कलेक्टर को सौंपा गया है। पुलिस अपने स्तर से एफआईआर दर्ज कर पूरे मामले की अलग जांच कर रही है और तीन आरोपियों को पकड़ा गया है। इस कांड में जो भी लोग शामिल हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
एक आरोपी रूप सिंह चार दिन पुलिस रिमांड पर
शिवुपरी कलेक्टर कार्यालय में आग लगाने वाले मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। पूछताछ के लिए रूप सिंह को चार दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। जबकि राहुल को एक दिन की रिमांड पर लिया है। वहीं, एक अन्य आरोपी जितेंद्र को कोर्ट ने जेल भेज दिया है।