लोकसभा चुनाव के 5वें फेज में सोमवार, 20 मई को देश के 6 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर मतदान संपन्न हो गया। फेज-5 में 63 फीसदी वोटिंग हुई। लेकिन देश के बाकी हिस्सों की तरह मुंबई के वोटरों में उत्साह नहीं दिखा। यहां 54.17% वोटिंग दर्ज की गई, हालांकि यह अंतिम नहीं है।
2019 में मतदान का यह आंकड़ा 55.38% था। कम वोटिंग से पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे नाराज हो गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर कम वोटिंग की साजिश हुई है। जिन जगहों पर महाविकास अघाड़ी के वोट थे, वहां जान बूझकर ईवीएम खराब की गई। कम वोटिंग के मामले को हम अदालत में ले जाएंगे। उधर, भाजपा ने चुनाव आयोग में उद्धव ठाकरे के खिलाफ शिकायत दायर की है। आरोप लगाया है कि चुनाव के बीच उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की वह आचार संहिता का उल्लंघन है।
वोट डाले बिना लौट गए लोग
उद्धव ठाकरे का आरोप है कि कुछ स्थानों पर सुबह-सुबह मतदान केंद्रों पर पहुंचे लोग लंबे समय तक लाइन में लगे रहे। जब काफी देर तक इंतजार करने के बाद उनका नंबर नहीं आया तो वे वोट डाले बिना ही चले गए। गोरेगांव पूर्व के बिंबिसार नगर में एक मतदाता ने कहा कि मैं दोपहर के आसपास मतदान करने आया था, लेकिन मतदान करने में लगभग डेढ़ घंटे लग गए। मैं एक वरिष्ठ नागरिक हूं और फिर भी मतदान करने आया था। लेकिन 2019 की तुलना में इसमें अधिक समय लगा।
उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया कि प्रक्रिया जानबूझकर धीमी की गई थी। कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं ने शिकायत की कि उन्हें वोट डालने के लिए लाइन में एक घंटे से अधिक समय तक इंतजार करना पड़ा। उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया कि मतदाताओं में बहुत उत्साह है, लेकिन चुनाव आयोग पक्षपातपूर्ण तरीके से काम कर रहा है। कुछ क्षेत्रों में चुनाव आयोग के प्रतिनिधियों द्वारा देरी हो रही है।
प्रियंका चतुर्वेदी बोलीं- चुनाव आयोग ने किया हतोत्साहित
मुंबई के मलाड इलाके में एक मतदान केंद्र पर कतार में खड़ी शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि एक बूथ पर लगभग 2,000 मतदाताओं के मतदान करने की उम्मीद है। चुनाव आयोग को दो मशीनें (ईवीएम) उपलब्ध करानी चाहिए थीं। ऐसा लग रहा है कि चुनाव आयोग लोगों को मतदान करने से हतोत्साहित कर रहा है। जो लोग सुबह 7.30 बजे से खड़े हैं वे सुबह 10 बजे मतदान कर पाएंगे। मुंबई उत्तर मध्य निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि मुझे मतदाताओं से शिकायतें मिली हैं कि उनके पास मतदान केंद्रों पर पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं। लंबी कतारें और गर्मी उनके धैर्य की परीक्षा ले रही है। कुछ लोग अपने मताधिकार का प्रयोग किए बिना घर लौट आए हैं।