भारतीय मूल के गोपी थोटाकुरा अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस के ब्लू ओरिजिन के न्यू शेपर्ड-25 (एनएस-25) मिशन में पहला भारतीय अंतरिक्ष पर्यटक बनने पर खासे खुश हैं। यह इन्सानों को पर्यटकों के तौर पर अतंरिक्ष में ले जाने वाली ब्लू ओरिजिन की सातवीं उड़ान थी। यह रविवार को अमेरिका के पश्चिम टेक्सास में लॉन्च साइट वन से रवाना की गई। गोपी और पांच अन्य इस उड़ान का हिस्सा बने। इसके साथ ही थोटाकुरा के नाम पहले भारतीय अंतरिक्ष पर्यटक बनने की उपलब्धि भी जुड़ गई। वहीं, 1984 में भारतीय सेना के विंग कमांडर राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बनने का खिताब भी उनके साथ जुड़ा। सोशल मीडिया पर ब्लू ओरिजिन के पोस्ट किए गए एक वीडियो में उनकी खुशी साफ दिखाई दी। आंध्र प्रदेश में जन्मे पायलट थोटाकुरा ने एक बैनर भी पकड़ा था। इसमें लिखा था, मैं हमारे चिरस्थायी ग्रह के लिए एक पर्यावरण योद्धा हूं।
गाड़ी चलाने से पहले उड़ान भरना सीखा
ब्लू ओरिजिन के मुताबिक, गोपी एक पायलट हैं जिन्होंने गाड़ी चलाने से पहले उड़ना सीख लिया। एम्ब्री-रिडल एरोनॉटिकल यूनिवर्सिटी से स्नातक गोपी प्रिजर्व लाइफ कॉर्प के सह-संस्थापक हैं। वह पेशेगत तौर पर जेट उड़ाने के अलावा, बुश, एरोबेटिक और सीप्लेन के साथ-साथ ग्लाइडर और गर्म हवा के गुब्बारे भी उड़ाते हैं। वह एक अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जेट पायलट के तौर पर काम कर चुके हैं। वह आजीवन घुम्मकड़ हंै। उनका सबसे हालिया साहसिक काम उन्हें तंजानिया में माउंट किलिमंजारो के शिखर पर ले गया।