नई दिल्ली। राजस्थान रॉयल्स की टीम बुधवार को जब पंजाब किंग्स के खिलाफ मैदान पर उतरी थी तब यशस्वी जायसवाल के साथ टॉम कोहलर कॉडमोर पारी की शुरुआत करने उतरे थे। टॉम अपने बल्ले से ज्यादा प्रभावित नहीं कर सके और 18 रन बनाकर आउट हो गए। लेकिन 23 गेंदों की पारी में ये खिलाड़ी ऐसा कुछ कर गिया कि जब तक मैदान पर था सभी का ध्यान इस खिलाड़ी पर थे। टॉम बल्लेबाजी के दौरान अपने गले पर कुछ पहनकर उतरे थे जिसे क्यू कॉलर कहा जाता है।
ये क्यू कॉलर एक तरह का डिवाइस है जो खिलाड़ियों को सिर पर चोट लगने से बचाता है और उसके असर को काफी हद तक कम करता है। ये डिवाइस गर्दन की एक निश्चित नस को दबाती है जिससे सिर में ब्लड फ्लो बढ़ता है और खून सिर में रहता है।
पक्षी से मिला आइडिया
अमेरिका के डॉक्टर डेविड स्मिथ ने इस डिवाइस को ईजाद किया। उन्हें ये आइडिया एक पक्षी को देखकर आया। वुडपेकर का शरीर जिस तरह से काम करता है उस मैकेनिज्म को देख स्मिथ को ये डिवाइस बनाने की विचार आया। वुडपेकर अपनी चोंच से जब पेड़ में छेद करता है तो उसकी गर्दन सिकुड़ जाती है। ऐसी स्थिति में खून को जो फ्लो होता है वो गर्दन में रुक जाता है। इसी कारण जब वुडपेकर चोंच पर जो झटका लग रहा होता है वो उसके सिर पर नहीं पहुंचता। इसे देखते ही स्मिथ के दिमाग में क्यू कॉलर बनाने का आइडिया आया।
अन्य खेलों में होता है इस्तेमाल
क्रिकेट में शायद पहली बार किसी बल्लेबाज को क्यू कॉलर का इस्तेमाल करते देखा गया था, लेकिन ये डिवाइस नई नहीं है। इस डिवाइस का इस्तेमाल कई खेलों में किया जाता है। रग्बी, अमेरिकन फुटबॉल, यूरोपियन फुटबॉल में क्यू कॉलर का इस्तेमाल किया जाता है।