भोपाल । संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) के निकट नगर निगम सीमा में स्थित ग्रामीण इलाकों में आबादी की रफ्तार बढऩे से फाटक की जगह ओवरब्रिज बनाने की जरूरत महसूस की जा रही है। बैरागढक़लां और ग्राम भौंरी जाने वाले मार्ग पर नागरिकों को फाटक क्रास करके पहुंचना पड़ता है। लगातार विस्तार के कारण यहां पर वाहनों की संख्या बढ़ी है। बार-बार फाटक बंद होने से लोग परेशान हैं। संत हिरदाराम नगर रेलवे स्टेशन के पास स्थित रेलवे क्रासिंग क्रमांक 115 पर ओवर ब्रिज निर्माण का काम चल रहा है। काम पूरा होते ही फाटक बंद होने से जाम लगने की समस्या खत्म हो जाएगी, लेकिन अब यही समस्या बैरागढक़लां स्थित रेलवे क्रासिंग क्रमांक 114 पर होने लगी है। अब लोग बैरागढक़लां में भी अंडर ब्रिज बनाने की मांग करने लगे हैं। रहवासियों का कहना है कि गांव की आबादी तेजी से बढ़ रही है। बैरागढ़ शहर में अब नई बसाहट की जगह नहीं बची है। ऐसे में लोग बैरागढक़लां का रुख कर रहे हैं। यहां नई बसाहट के साथ वाहनों की संख्या भी बढ़ रही है। ऐसे में यहां ब्रिज बनना जरूरी है। इस तरह ग्राम भौंरी में भी फाटक बंद होने से लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।
रोज बार-बार बंद होता है फाटक
भोपाल-इंदौर रूट पर चलने वाली यात्री गाडिय़ों के अलावा कई मालगाडिय़ां भी बैरागढ़ रूट से गुजरती हैं। दिन में करीब 80 बार फाटक बंद होता है। रामगंज मंडी से संत हिरदाराम नगर स्टेशन तक तीसरी लाइन भी यहीं से गुजरती है। ऐसे में ट्रैफिक बढऩे की पूरी संभावना है। स्टापेज बढ़ेंगे तो फाटक बंद होने की समस्या भी ओर बढ़ेगी। जिस रफ्तार से आबादी बढ़ रही है, उससे यह साफ है कि आने वाले समय में बैरागढक़लां और भौंरी गांव नहीं रह जाएंगे। यहां नई कालोनियां भी बन रही हैं। ग्राम भौंरी निवासी पार्षद अशोक मारण का कहना है कि रेल प्रशासन को चिरायु अस्पताल के नीचे रेलवे क्रासिंग के पास फिलहाल अंडर ब्रिज बनाना चाहिए। भविष्य में बैरागढ़ और भौंरी में ओवरब्रिज का निर्माण करना जरूरी होगा। आरओबी योजना में भारी-भरकम राशि खर्च होती है, इसलिए फिलहाल अंडरब्रिज बनाया जाए। मारण का कहना है कि इस संबंध में रहवासियों के साथ रेल प्रशासन से मुलाकात की जाएगी।