कोरबा, प्रदेश में सरकार बदलते ही नई सरकार द्वारा कई विभागों में बदलाव कर रही है। इसी बीच एक और बड़ा बदलाव प्रदेश में हो रहा है जहां पूर्व में संचालित प्रदेश के सभी शराब दुकानों के आसपास संचालित हो रहे अवैध ठेला, दुकानों, गुमटी को हटाकर वैध अहाता के लिए ठेका पद्धति लाई गई है जिससे सरकार को राजस्व के रूप में करोड़ों रुपए की बड़ी राशि भी प्राप्त हो रही है।
इसी कड़ी में कोरबा जिले में शराब दुकानों के अहाता के लिए करोड़ों रुपए की बोली लगाई गई है।  कोरबा जिले के सबसे महंगे शराब दुकान अहाता में कलेक्टर कार्यालय से महज कुछ दूर संचालित रामपुर शराब दुकान की लगी है जिसके लिए अधिकतम बोली 50 लाख रुपए है। इसी तरह कोरबा जिले में लगभग 29 दुकानों के सामने अहाता के लिए ठेका किया गया है जिसमें लगभग करोड़ों रुपए की बोली लगी है।
इस अहाते के संचालन को लेकर आबकारी विभाग द्वारा अधिकतम बोली लगाने वाले ठेकेदारों को दो दिवस के भीतर अनिवार्य रूप से राशि जमा करने को कहा है। किसी कारणवश अधिकतम बोली लगाने वाले ठेकेदार के द्वारा यदि राशि का भुगतान नहीं किया जाता है तो उसके निकटतम बोली के नीचे क्रमशः आने वाले ठेकेदारों को मौका दिया जाएगा।


* सरकार को मिलेगा राजस्व
प्रदेश में शराब दुकान परिसर के भीतर अहाता खुलने से जहां शराबियों को बैठ कर पीने एवं खाने-पीने की चीजों को परोसने की जिस तरह से व्यवस्था बनाई जा रही है। इस व्यवस्था से सरकार को भी हर साल करोड़ों रुपए के राजस्व मिलेंगे।


* शराबियों को बैठकर पीने की मिलेगी सुविधा
शराब प्रेमियों को शराब खरीदने के बाद सुरक्षित जगह पर बैठकर शराब पीने की दिक्कतें बहुत ज्यादा होने लगी थी। शराब दुकान के पास अहाता संचालन होने से मदिरा प्रेमियों को भी फायदा होने वाला है। मदिरा प्रेमी अपने पसंद की शराब खरीदकर अहाता के भीतर बैठकर शराब का सेवन कर सकते हैं जिससे उन्हें शराब पीने के लिए अब भटकना नहीं पड़ेगा।