भोपाल । प्रदेश में एक तरफ रिकॉर्डतोड़ गर्मी पड़ रही है, वहीं दूसरी तरफ मेंटेनेंस के नाम पर रोजाना बिजली कटौती की जा रही है। छोटे शहरों को छोडि़ए, राजधानी भोपाल में तक आए दिन 4 से 6 घंटे बिजली कटौती की जा रही है। इस वजह से घरेलू कामकाज और व्यावसायिक गतिविधियों पर विपरीत असर पढ़ रहा है। विद्युत वितरण कंपनी का तर्क है कि मेंटेनेंस के लिए विद्युत आपूर्ति बंद करनी पड़ रही है। उपभोक्ताओं का कहना है कि पूर्व में बारिश के पहले और बारिश के बाद सीमित समय के लिए कटौती की जाती थी, लेकिन कुछ साल से बिजली कंपनी रोज शहर के किसी न किसी हिस्से में मेंटेनेंस के नाम पर बिजली सप्लाई बंद कर रही है। कटारा हिल्स, बागमुगालिया समेत शहर के कई हिस्सों में तो हर दस-पंद्रह दिन या एक-डेढ़ महीने में मेंटेनेंस के नाम पर बिजली बंद कर दी जाती है। इस वजह से पेयजल सप्लाई भी बाधित होती है।
गर्मी के बीच रोजाना बंद हो रही 4 से 6 घंटे विद्युत सप्लाई
तेज गर्मी के बीच बिजली विभाग मेंटनेस के नाम पर घंटों बत्ती गुल कर रुला रहा है। पहले केवल बारिश से पहले मेंटनेंस के नाम पर बत्ती गुल की जाती थी, लेकिन अब ये हर महीने और रोज की बात हो गई है। राजधानी में 30 फीसदी क्षेत्र ऐसे हैं जहां साप्ताह में दो या इससे ज्यादा बाद टडाउन लिया जाता है। हालांकि रोजाना औसतन 20 ट्रांसफार्मर फेल हो रहे हैं और रोजाना सतन 40 फीडर फॉल्ट हो रहे हैं। इनसे जुड़े 43 हजार उपभोक्ताओं को दिन भर में एक बार बिजली गुल का सामना करना पड़ रहा है। ये स्थिति कंपनी के इस रोजाना के शटडाउन पर सवाल खड़े करती हैं। आशंका है कि मेंटेनेंस शटडाउन के नाम पर कहीं बिजली की बढ़ती खपत को नियंत्रण में रखने का खेल तो नहीं ही रहा। शासन स्तर पर इसके लिए जांच की मांग की जा रही है। इस साल 1 अप्रेल से 4 मई तक 35 दिनों में बिजली कंपनी ने 1050 क्षेत्रों में छह घंटे विद्युत सप्लाई बंद की है। मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एमडी रघुराज एमआर का कहना है कि मेंटेनेंस तो तय शेड्यूल से होता है। इसे लेकर हम समीक्षा करेंगे। तय शेड्यूल से ही कटौती हो, इसे सुनिश्चित किया जाएगा।
मेंटेनेंस के बाद भी फाल्ट
एक तरफ कंपनी बिजली कटौती कर मेंटेनेंस करने का दावा कर रही है, वहीं दूसरी तरफ मेंटेनेंस के बाद भी फाल्ट हो रहा है। बिजली कंपनी की एक रिपोर्ट के अनुसार 15 से 21 अप्रैल के बीच एक सप्ताह में शहर के 462 बिजली फीडर में से 279 फीडर बंद हुए। प्रति फीडर औसतन 1082 उपभोक्ताओं के अनुसार इनसे जुड़े 3.01 लाख उपभोक्ताओं के यहां बिजली बंद रही। दूसरी तरफ इसी दौरान भोपाल ग्रामीण क्षेत्र के 234 फीडर बंद हुए। जाहिर है, भोपाल में ग्रामीण क्षेत्र से ज्यादा फीडर फाल्ट हो रहे हैं। शहर में जिस क्षेत्र के लोग फाल्ट से परेशान हैं उनमें पूर्व शहर संभाग में दुर्गा मंदिर, द्वारका नगर, नबी बाग, ब्रिज कॉलोनी, हताईखेड़ा, भानपुर, रॉयल होम्स, हनुमान मंदिर, दशहरा मैदान, कोरल केस, आइ सेक्टर, सौभाग्य नगर, इंडिस्ट्रीय-3, इंडस्ट्रीयल-4. इंडस्ट्रीयल-5. हाउसिंग बोर्ड, कॉलोनी, शिवशक्ति सिक्स शेड, इंडस्ट्रीयल-1, इंद्रपुरी, शहर संभाग उत्तर में 11 केवी खानूगांव, काजी कैंप, गुरुद्वारा, भोईपुरा, ग्रीन एकड, कर्बला, इंदिरा नगर, सीटीओ, पूजा कॉलोनी, जाट एरिया, बैरागढ़ कला, कैलाश नगर, सुविध नगर, ताज मार्केट, आरिफ नगर, जीएडी स्क्वायर, वाजपेयी नगर-21, शहर संभाग दक्षिण में चेतक, बैंक स्ट्रीट, बरखेड़ी, अन्नपूर्णा, कृषि संस्थान, नई आबादी, गोविंदपुरा घरेलू, ग्रीन मेंडोस, भीम नगर, बरखेड़ी, पुल बोगदा, श्यामला, कोटरा, शहर संभाग पश्चिम में पारस सिटी, भोजपुर, कृष्णा मंदिर, बाबा नगर, बाग मुगालिया, दीक्षा नगर, रोहित नगर, पडारिया, निपानिया, बीएसएनएल आदि शामिल हैं।