लखनऊ/उन्नाव। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अपमान करने वालों को ललकारा। सोमवार को शाहजहांपुर में उन्होंने कहा कि मैनपुरी में सपा के गुंडों ने प्रतिमा पर चढ़कर अपवित्र किया। महाराणा प्रताप की आन-बान-शान के प्रतीक भाला को तोड़ने का प्रयास किया, अपशब्द कहे। अकबर और औरंगजेब की इन औलादों को बताया जाना चाहिए कि यह नया भारत है। यहां राष्ट्रनायकों का अपमान बर्दाश्त नहीं है। सपाई गुंडे बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को भी अपवित्र करने का प्रयास कर चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने सपा को यह कहकर घेरा और चेताया कि चुनाव आने पर गुंडों की गर्मी बढ़ जाती है। चुनाव परिणाम आने दो, गुंडों की गर्मी भी उतर जाएगी...!
मुख्यमंत्री ने सोमवार को ताबड़तोड़ जनसभाएं कर उन्नाव से साक्षी महाराज, हरदोई से जयप्रकाश रावत और शाहजहांपुर से अरुण सागर को लोकसभा भेजने की अपील की। शाहजहांपुर में मुख्यमंत्री ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को मजबूत बताते हुए कहा कि चुनाव आने पर सपाई गुंडों को अवसर मिल जाता है। उन्हें लगता है कि फिर से जनता पर कहर ढाने लगेंगे...मगर, यह उनकी गलतफहमी है।
सपा राष्ट्रनायकों का कर रही अपमान
मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि भाजपा बलिदानियों का सम्मान करती है, दूसरी ओर आइएनडीआइए गठबंधन में शामिल सपा राष्ट्रनायकों का अपमान कर रही। सीएम योगी ने उन्नाव की जनसभा में कहा कि सपा कहती थी अयोध्या में कोई परिंदा पर नहीं मार सकता है, कांग्रेसी कहते थे राम हुए ही नहीं। जब अयोध्या में प्रभु श्रीरामलला विराजमान हो गए तब रामद्रोहियों के स्वर बदल गए। अब वह कहते हैं श्रीराम तो सबके हैं। सपा और कांग्रेस का दोहरा चरित्र देश के सामने आ चुका है।
उन्होंने श्रीरामचरितमानस की चौपाई ‘जाके प्रिय न राम-वैदेही तजिये ताहि कोटि बैरी सम, जद्यपि परम सनेही’ सुनाते हुए कहा कि इन राम द्रोहियों पर विश्वास नहीं करना, समय आ गया है चुनाव में इनको सबक सिखाना है। इसके बाद हरदोई में जनसभा को संबोधित किया।