या तो दीवाना हंसे कोई, या वह, जिसे तू तौफीक दे...के हालात अब समाज में पसरे हैं। हंसी से स्वास्थ्य है, के मंत्र को जिंदा रखने वालों ने कोशिश का एक दीया जला रखा है। हर दिन सुबह की रियाज और साल में एक बड़े आयोजन से इस योगाभ्यास को सतत रखने की कोशिश की जा रही है। मई महीने के पहले रविवार को विश्व हास्य योग दिवस के रूप में मनाए जाने की परंपरा अब पुरानी होती जा रही है। इस दिन को खास बनाने के लिए हास्य योग क्लब ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं।
मनपसंद हास्य क्लब के जनार्दन शर्मा बताते हैं कि करीब एक साल पहले जब हम इंदौर शहर में सुबह-सुबह हंसते थे, तो लोग हमें सिरफिरा समझकर हम पर हंसते थे। फिर कुछ लोगों ने शहर के विभिन्न बगीचों में सुबह-सुबह पांच बजे से उठकर हास्य योग करवाने की शुरुआत की। लोगों को इससे होने वाले फायदे भी गिनवाए। जनार्दन कहते हैं कि हास्य के इस महायज्ञ में मतलानी जी,ओपी गुप्ता, बेदी जी, श्रीवास्तव जी, बलराज सबलोक, डॉ. डीके तनेजा, इन्दु भंडारी जी, कैलाश खंडेलवाल जी, वीर छाबड़ा, उज्जवल स्वामी, एसबी ठाकुर, जगत बिष्ट और भी अन्य साथियों ने भी अपने सहयोग से इस काम को जीवित रखा, जिससे दिन-ब-दिन हास्य योग क्लबों की संख्या बढ़ती चली गई। इस बीच विश्व हास्य योग महासंघ की नींव भी रखी गई और विभिन्न शहरों और सामाजिक संस्थाओं, जेलों, दिव्यांग स्थलों व वृद्धाश्रम में जाकर हास्य योग करवाया और इससे तनाव मुक्त जीवन के बारे में बताया।
11 साल से सक्रिय क्लब
जनार्दन शर्मा बताते हैं कि साल 2013 से मनपसंद हास्य योग क्लब को श्रीराम किशन के साथ आने से नई स्फूर्ति मिली और जब सोशल मीडिया भी सक्रिय हो चुका था। शनै-शनै यह क्लब, फोटो, वीडियो और कार्यक्रमों के माध्यम से भारत वर्ष के साथ-साथ दुनिया में प्रसिद्ध हो गया। हास्य के विश्व गुरु कहे जाने वाले डॉ. मदन कटारिया, जिन्होंने एक सौ पचास देशों में हास्य का परचम लहराया, उन्होंने इस क्लब को शीर्षता प्रदान कर विश्व का पहला हास्य क्लब बना दिया।
साल 2015 में श्रीराम किशन के साथ मिलकर हास्य योग का विश्व रिकार्ड बनाने का स्वप्न देखा और प्रयास प्रारम्भ किया, जिसके परिणाम में 28 नवंबर को डॉ. मदन कटारिया, प्रसिद्ध हास्य कवि सुरेन्द्र शर्मा व इंदौर के ढाई, तीन हजार लोगों के बीच गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के नियमानुसार इंदौर के प्रसिद्ध गांधी हॉल में मनपसंद हास्ययोग क्लब के माध्यम से विश्व रिकॉर्ड बनाया। दुनिया के प्रथम हास्य योग क्लब बनकर इंदौर इंडिया को सम्मान दिलवाया, जो आज भी बना हुआ है। जनार्दन कहते हैं कि उन्हें और कुछ साथियों को हास्य यूनिवर्सिटी द्वारा हास्य राजदूत से सम्मानित किया गया।