बुरहानपुर । बुरहानपुर के जिला चिकित्सालय में इस समय पेट दर्द, उल्टी और दस्त से पीड़ित मरीजों की भीड़ देखी जा रही है। वहीं बताया जा रहा है कि यह सभी डायरिया बीमारी से पीड़ित हैं जोकि दूषित खाने पीने से फैली है। वहीं इस बीमारी के चलते बड़ी संख्या में मरीज लगातार जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं, जहां इससे पीड़ित दो बच्चों और एक महिला समेत चार मरीजों की मौत भी हो चुकी है। बताया जा रहा है कि शहर के आधा दर्जन से अधिक वार्डों के करीब 500 से अधिक लोगों में इस बीमारी के लक्षण देखने को मिले हैं, तो वहीं इसको लेकर नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग में ठन गई ह। स्वास्थ्य विभाग बोल रहा है कि दूषित पानी पीने से यह इंफेक्शन फैल रहा है, और उससे ही मौत हो रही है।
महापौर बोली, डायरिया से नहीं हुई बच्चों की मौत
वहीं नगर निगम की महापौर मधु पटेल इस बात को नकार रही हैं। उनका कहना है कि शहर में डायरिया से कोई भी मौत नहीं हुई है, वहीं दूषित पानी की भी कोई समस्या नहीं है। नगर निगम ने पीएचई विभाग को चार बार सैंपल दिए है, इसके बाद भी जो कांग्रेसी बोल रहे हैं कि 10 वार्डों में गंदा पानी आ रहा है, जबकि हम इतने समय से सेवा कर रहे हैं, और एक बार भी ऐसी दिक्कत नहीं आई है। हमारी टीम सभी वार्डों में लगातार घूम रही है। पीएचई विभाग को चार बार हमने सैंपल दिए हैं।
महापौर अब तक नहीं जा पायीं अस्पताल तक
वहीं महापौर पटेल ने कहा कि पानी का दूषित होना बिल्कुल वह मानती ही नहीं है, क्योंकि हमने पीएचई विभाग को चार-चार बार सैंपल दिए हैं और मैं दावा ठोक के बोलती हूं कि पानी दूषित नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह हैजा या इस तरह की कोई बीमारी नहीं है। नगर निगम पर ही पूरी बात ठोकने से नहीं चलता है इसके लिए पार्षद लोगों को भी आगे आना पड़ेगा और कांग्रेस के पार्षदों के पास अभी कोई चारा नहीं है। उन्होंने नगर निगम को ही टारगेट बनाकर नगर निगम का नाम उछाल दिया है।
कुछ सीरियस कंडीशन के पेशेंट भी आ रहे हैं अस्पताल
वहीं इसको लेकर बुरहानपुर के सिविल सर्जन ने कहा कि फिलहाल स्थिति कंट्रोल में नहीं आई है, अभी भी लगातार पेशेंट आते जा रहे हैं। इनमें से कुछ-कुछ पेशेंट बहुत सीरियस कंडीशन में भी आ रहे हैं। कल भी यही हुआ कि दो पेशेंट बहुत सीरियस कंडीशन में हॉस्पिटल आए थे, जिन्हें हमने पूरा ट्रीटमेंट देकर भी बचा नहीं पाए और उनकी मौत हो गई।