इंदौर। नगर निगम फर्जीवाड़ा के मास्टर माइंड एक्जीक्यूटिव इंजीनियर (ईई) अभय राठौर सहित तीन को निलंबित कर दिया गया है। लेखा शाखा के दो विनियमित कर्मचारियों को हाजिरी मुक्त करने के लिए नोटिस जारी किया है। राठौर के अलावा जिनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई, उनमें सब इंजीनियर उदय भदौरिया और इंट्री आपरेटर चेतन भदौरिया शामिल हैं।निगमायुक्त शिवम वर्मा ने कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि फर्जीवाड़ा में लिपिक राजकुमार साल्वी का नाम भी आया है। उसके खिलाफ बुधवार को निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। वर्मा ने बताया कि नगर निगम की जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। बुधवार को इसे शासन को सौंप दिया जाएगा।
निगम में बगैर काम के फर्जी बिलों के जरिए करोड़ों रुपये के भुगतान का मामला सामने आने के बाद से ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठ रही थी। मंगलवार शाम नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंटरनेट मीडिया पर दोषियों के निलंबन के आदेश देने की बात कही। इसके बाद ताबड़तोड़ कार्रवाई कर दी गई। विजयवर्गीय ने फर्जीवाड़ा की उच्च स्तरीय जांच के लिए भी कहा है।
पहले भी घोटालों में सामने आ चुका है नाम
इंजीनियर अभय राठौर का नाम इसके पहले भी कई फर्जीवाड़े और घोटाले में आ चुका है। यातायात घोटाला, यशवंत तालाब गहरीकरण में पाइप लाइन घोटाला में भी उसका नाम आया था। वह पूर्व में भी निलंबित रह चुका है। वर्ष 2005 में बोरिंग के फर्जी बिल तैयार करने और भुगतान कराने के मामले में उसकी लोकायुक्त से शिकायत भी हुई थी। उसके यहां ईओडब्ल्यू की कार्रवाई भी हो चुकी है। कार्रवाई में उसके यहां करोड़ों रुपये की संपत्ति मिली थी। फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद उसे कलेक्टर कार्यालय भेज दिया गया था, लेकिन कुछ समय पहले ही वह एक बार फिर नगर निगम पहुंच गया।
उच्च स्तरीय जांच में कई बड़े नाम आएंगे सामने
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सोमवार रात ही मुख्यमंत्री से निगम फर्जीवाड़ा की उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि वर्ष 2022 से पहले निगम के सभी विभागों में हुए काम और किए गए भुगतान की जांच की जानी चाहिए। आशंका है कि निगम में इस तरह के फर्जीवाड़े लंबे समय से चल रहे हैं और अब तक करोड़ों रुपये के भुगतान हो चुके हैं। मंगलवार को कैबिनेट मंत्री विजयवर्गीय द्वारा इंटरनेट मीडिया पर की गई पोस्ट में उन्होंने कहा कि मामले की उच्च स्तरीय कमेटी से जांच भी करवाई जाएगी। बताया जा रहा है कि उच्च स्तरीय जांच में कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं।