जयपुर । कोचिंग सिटी कोटा में एक और छात्र ने फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। छात्र मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था। बहरहाल आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। बताया जा रहा है कि छात्र हरियाणा के रोहतक से मेडिकल प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करने कोटा आया था। उसने अपने हॉस्टल के रूम में ही सुसाइड किया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच तहकीकात शुरू कर दी है। छात्र के शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है।
पुलिस उपाधीक्षक द्वितीय राजेश कुमार सोनी ने बताया कि घटना 10: 30 बजे की है। 19 वर्षीय छात्र लैंडमार्क इलाके की उत्तम रेजीडेंसी में रहने वाला सुमित कुमार पुत्र विजयपाल है। वह बीते 1 साल से कोटा में रह रहा था। घटना के बाद पुलिस ने उसके हॉस्टल के रूम सीज कर दिया है। इसके साथ ही परिजनों को पूरे मामले की सूचना भी दे दी गई है। परिजनों के आने के बाद आज यानी पोस्टमार्टम और अन्य प्रक्रिया होगी। बता दें कि यह कोटा शहर में इस साल का छठा आत्महत्या का मामला है। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर दरवाजा तोड़कर देखा तो छात्र फंदे पर लटका मिला। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जांच में पाया गया है कि जिस कमरे में छात्र ने फांसी लगाई थी, उसमें कोई हैंगिंग डिवाइस नहीं लगी हुई थी। अन्य कमरों को भी चेक किया गया तो उनमें भी हैंगिंग डिवाइस नहीं दिखी। इस मामले में हॉस्टल संचालक की लापरवाही सामने आई है। पहले भी कोचिंग छात्रों के सुसाइड मामलों में कमरों में हैंगिंग डिवाइस नहीं पाई गई है। ऐसे हॉस्टल के संचालकों के खिलाफ कार्रवाई कर हॉस्टल भी सीज किए गए हैं। कोटा में इस साल अब तक कुल 9 छात्रों ने सुसाइड किया है। इन छात्रों में बीटेक का स्टूडेंट भी शामिल है। नीट और जेईई की तैयारी करने वाले छात्रों के सुसाइड के पीछे मानसिक तनाव सामने आए हैं। प्रशासन की गाइडलाइंस भी छात्र आत्महत्याओं को नहीं रोक पा रही है।
कोटा में फिर एक स्टूडेंट ने की आत्महत्या
आपके विचार
पाठको की राय