अंबिकापुर शहर के खरसिया रोड स्थित कुंडला सिटी कालोनी में एक व्यवसायी के किराए के घर में रविवार देर रात भीषण आग लग गई। इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी की बैटरी फटने से आग तेजी से पूरे घर में फैल गई। आवाज सुनकर व्यवसायी का परिवार उठा लेकिन तब तक नीचे से ऊपर की मंजिल तक आग फैल चुकी थी। घर में छोटे-बड़े बुजुर्ग मिलाकर 16 सदस्य अलग-अलग कमरों में सोए थे। ये सभी आग में फंस गए अगल-बगल के लोगों, पुलिसकर्मी एवं दमकलकर्मियों की मदद से इन्हें घर के पीछे के हिस्से में सीढ़ी की मदद से बाहर निकाला गया। इस घटना में चार लोग झुलस गए हैं जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। आग से घर का सारा सामान जलकर नष्ट हो गया है। व्यवसायी के अनुसार करीब 50 लाख का सामान आग में जल गया।
कुंडला सिटी कालोनी में किराए के किराए के मकान में अमित अग्रवाल, आशीष अग्रवाल और अरुण अग्रवाल का परिवार रहता है। इनकी श्याम मोबाइल के नाम से पैलेस रोड में दुकान संचालित है। नीचे और प्रथम तल की मंजिल में व्यवसायी का परिवार रविवार रात खाना खाकर सोया हुआ था। व्यवसायी अमित अग्रवाल के अनुसार रात 11 बजे इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी जो घर के पोर्च में खड़ी थी उसे चार्ज में लगाकर वे ऊपर वाली मंजिल में सोने चले गए थे। देर रात लगभग 12:30 बजे के आसपास नीचे बहुत तेज विस्फोट की आवाज आई जिससे व्यवसायी के ऊपर के कमरे की खिड़की का शीशा टूट कर नीचे गिर गया। आवाज सुनकर वे सीढ़ी से नीचे उतरे। वहां का दृश्य देख घबरा गए। आग घर के पूरे हिस्से में फैल चुकी थी। उन्होंने सभी को शोर मचा कर उठाने का प्रयास किया। नीचे के कमरे में उनकी मां प्रभावती देवी, बहन पूजा सहित कुछ लोग और सोए हुए थे जिन्हें किसी तरह वहां से पीछे की दीवार में सीढ़ी लगाकर बाहर निकाला गया। ऊपर के कमरे में 10 लोग अलग-अलग कमरों में सोए थे।
देर रात करीब 12:30 बजे आग लगने की सूचना व्यवसायी के द्वारा फायर स्टेशन को दी गई थी लेकिन वहां से दमकल वाहन आने में पौन घंटा विलंब हुआ जिससे आग और फैल गई थी। व्यवसाय के अनुसार पोर्च में इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी के अलावा एक सामान्य स्कूटी, एक मोटरसाइकिल और दो साइकिल खड़ी थी जो जल कर खाक हो गई।
इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी में बैटरी फटने के बाद तेजी से आग फैली। इसी दौरान शाट सर्किट से घर के भीतर आग पहुंच गई। बाहर खड़ी दोपहिया वाहन का पेट्रोल भी आग फैलने का कारण बना। यहां कमरे में 10 नग नया मोबाइल सहित एसेसरीज के रूप मोबाइल बैटरी, चार्जर, डाटा केबल, मोबाइल ग्लास रखा था जिसके कारण आग तेजी से फैली और घर के नीचे से ऊपरी मंजिल तक पहुंच गई।
भीषण अग्निकांड में ऊपर की मंजिल और नीचे के हिस्से में रखा कोई सामान नहीं बचा। कमरों में रखा पकंच दीवान पलंग, चार एसी, कूलर , नए, पुराने कपड़े, अलमारी में रखी नकदी, सोने चांदी के जेवर, खाने पीने का सामान, सोफा, डाइनिंग टेबल सहित व्यवसायी के परिवार का 10 नग मोबाइल चलकर नष्ट हो गया। अग्निकांड के रूप में आई अचानक विपदा से व्यवसायी का परिवार संकट में आ गया है।
एक कमरे में आशीष अग्रवाल, काव्या, विधि और खुशी आग की लपटों से घिर गए। बाहर आग फैलने से सभी कमरे के भीतर फंस गए। अंदर सभी को सांस लेने में परेशानी होने लगी। घर के बाकी सदस्यों और कालोनी के लोगों की मदद से पीछे की खिड़की व दीवार तोड़कर बाहर निकाला गया। इस घटना में व्यवसाय अमित अग्रवाल उनके बड़े भाई आशीष अग्रवाल, नेहा अग्रवाल और अरुण अग्रवाल का चेहरा, पीठ, हाथ, पैर, बाल झुलस गया है। इनका एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है।
एक कमरे में आशीष अग्रवाल, काव्या, विधि और खुशी आग की लपटों से घिर गए। बाहर आग फैलने से सभी कमरे के भीतर फंस गए। अंदर सभी को सांस लेने में परेशानी होने लगी। घर के बाकी सदस्यों और कालोनी के लोगों की मदद से पीछे की खिड़की व दीवार तोड़कर बाहर निकाला गया। इस घटना में व्यवसाय अमित अग्रवाल उनके बड़े भाई आशीष अग्रवाल, नेहा अग्रवाल और अरुण अग्रवाल का चेहरा, पीठ, हाथ, पैर, बाल झुलस गया है। इनका एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है।