भोपाल । ग्रीष्म काल की फसल मूंग ने हरदा जिले की किस्मत को बदल दिया है। पिछले 4 वर्षों में हरदा के किसानों ने बड़े पैमाने पर मूंग का उत्पादन करना शुरू किया। देखते ही देखते इन चार वर्षो में हरदा की किसान 5000 करोड़ रुपए की मूंग फसल को बेच चुके हैं। सारे देश में हरदा का नाम मूंग उत्पादक जिले के रूप मे पहचान बना रहा है। जिले के किसानों की आर्थिक स्थिति में बदलाव आ रहा है। किसानों के साथ-साथ मजदूरों को भी पर्याप्त मजदूरी मिल रही है। उनकी भी आर्थिक स्थिति बेहतर हो रही है।
हरदा जिले के हरदा, खिरकिया, टिमरनी और सिराली की मंडियों में पिछले 4 वर्षों में किसानों को मूंग की बिक्री करने से 5000 करोड रुपए से अधिक की आय हुई है। मूंग की खेती का रकबा साल दर साल बढ़ रहा है। समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी होने से किसानों को इसका अच्छा लाभ मिल रहा है। 2023-24 में 7900 प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर मूंग की बिक्री हो रही है।
2020-21 में 1,25,000 हेक्टेयर में मूंग की फसल बोई गई थी। जो वर्ष 2023-24 में बढ़कर एक लाख 45 हजार हेक्टेयर हो गई है। हरदा जिले की चारों मंडियों में 3500 करोड रुपए से ज्यादा की मूंग बिकी है। इसके अलावा मंडी के बाहर भी किसानों द्वारा सीधे मूंग का विक्रय किया गया है। किसान आराम से दो फसलों की खेती कर पा रहा है। जिसका असर हरदा जिले की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में तेजी से पड़ा है। इस बदलाव की सराहना प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की है।
मूंग उत्पादन में हरदा नंबर 1 पर
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