सतना विंध्य क्षेत्र के सतना जिले में गुरुवार शाम 4 बजे आए आंधी तूफान ने तबाही मचाई। यहां अब तक आधा सैकड़ा पेड़ धराशायी हो गए। साथ ही, मुख्य मार्ग पर पेड़ गिरने से यातायात अवरुद्ध हो गया है। वहीं, कई जगह पेड़ों के गिरने से नुकसान की खबर है।

बताया गया, अचानक आए तूफान से चलती हुई कार पर कई जगह पेड़ गिर गए। हालांकि कार सवार तो सुरक्षित बच गए, लेकिन वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। कई जगह कच्चे घरों के छप्पर व टीन शेड उड़ गए। ग्रामीण क्षेत्रों के खरीदी केंद्रों में खुले में रखा लाखों क्विंटल गेहूं भीग गया।

तूफान के बाद अवरूद्ध अमरपाटन-रामनगर मार्ग।

मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि 13 मई को बीते 24 घंटे के अंदर मध्यप्रदेश के दतिया और सतना में सबसे ज्यादा बारिश का आंकड़ा दर्ज किया गया है। ​दतिया में जहां 9.2 मिमी वर्षा के साथ पहले नंबर पर है। वहीं, सतना ​जिले में 24 घंटे के भीतर 5.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। उमरिया में 1.2 मिमी, दमोह में 2.0 मिमी, खजुराहो में 0.2 मिमी, सागर में 0.2 मिमी, नौगांव में 1.0 मिमी और रीवा में 2.0 मिमी बारिश दर्ज की गई है।

देहात क्षेत्रों में तूफान से तबाही

आंधी तूफान के बाद आई बारिश का सबसे ज्यादा असर अमरपाटन क्षेत्र में देखा गया है। एक दर्जन से ज्यादा पेड़ तूफान के वजह से टूट गए हैं। साथ ही, अमरपाटन से रामनगर और अमरपाटन से मैहर मार्ग बंद हैं। लोग गिरे पेड़ों की लकड़ी समेटने में जुटे हैं, जबकि सरस्वती स्कूल के पास रहने वाले राजू नामदेव के मकान की छत तूफान के कारण उड़ गई है।

अमरपाटन-रामनगर मार्ग में लगा जाम

ग्रामीणों ने बताया कि तूफान का सबसे ज्यादा असर अमरपाटन-रामनगर क्षेत्र में देखा गया है। यहां सतना को जोड़ने वाले अमरपाटन-रामनगर मार्ग में एक किमी का लंबा जाम लगा है। क्योंकि किरहाई गांव के पास एक पेड़ टूटकर सड़क में गिर गया है। विशालकाय महुआ के पेड़ की डाल मुख्य मार्ग पर गिर गया।