रोहतक रेप और मर्डर मामले में रोहतक जेल में उम्र कैद की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की तबीयत बुधवार शाम को अचानक बिगड़ गई। इसके बाद उसे कड़ी सुरक्षा में रोहतक PGI में भर्ती कराया गया। सूत्रों के अनुसार, गुरमीत में कोरोना के लक्षण पाए जाने पर यहां VIP वार्ड में भर्ती किया गया है। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।

सूत्रों के मुताबिक, गुरमीत राम रहीम सिंह की सेहत खराब होने पर जेल के हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने उसकी जांच की। हालत में सुधार नहीं होने पर PGIMS से एक टीम को जेल में भेजा गया। बाद में उसे PGIMS में भर्ती करने का फैसला लिया गया।

हॉस्पिटल के आसपास सुरक्षा घेरा बनाया

हाई प्रोफाइल कैदी का मामला होने के कारण इसे पूरी तरह सीक्रेट रखा गया, ताकि किसी को भनक न लगे। राम रहीम को PGIMS शिफ्ट करने से पहले आसपास सुरक्षा घेरा बना दिया गया। शाम 6 बजकर 10 मिनट पर पुलिस उसे जेल से हॉस्पिटल लेकर आई।

DSP शमशेर सिंह दहिया की सिक्योरिटी में एंबुलेंस पुलिस की गाड़ियों के बीच जेल से बाईपास होते हुए हॉस्पिटल पहुंची। एंबुलेंस को सीधे MS ऑफिस के बाहर रोका गया। उतरते ही राम रहीम को सुरक्षा घेरे में लेकर स्पेशल वार्ड में ले जाया गया।

गुड़गांव हॉस्पिटल का वीडियो भी वायरल हुआ था

जनवरी में राम रहीम का गुड़गांव के एक अस्पताल में जाने का वीडियो वायरल हुआ था। वहां राम रहीम की मां भर्ती थीं। वह उनका हालचाल जानने के लिए गया था। बाद में सरकार ने भी उसके जेल से बाहर जाने की पुष्टि की थी। यह दूसरा वाकया है, जब राम रहीम को जिला जेल से बाहर ले जाया गया है।

27 अगस्त 2017 से काट रहा सजा

गुरमीत राम रहीम को साध्वी दुष्कर्म मामले में 20 साल की सजा मिली है। उसे 25 अगस्त 2017 को पंचकूला की अदालत में पेश किया गया था। सीबीआई की विशेष अदालत ने दोषी करार देते हुए गुरमीत को सुनारियां जिला जेल में भेज दिया था।

27 अगस्त को जेल में ही CBI की अदालत लगाई गई। इस दिन सजा तय होने के बाद से राम रहीम जेल में है। वह कई बार पैरोल के लिए अर्जी लगा चुका है, लेकिन हर बार खारिज हो गई। बीते दिनों भी उसने पैरोल की अर्जी लगाई थी। इस पर अभी फैसला नहीं हुआ है।