रमजान माह के 29वें रोजे के बाद बुधवार शाम को ईद का चांद देखने की रस्म अदा की गई। शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी की अगुवाई में रुअत-ए-हिलाल कमेटी ने यह रस्म अदा की। इस बीच आसमान में चांद देखने की कोशिश की गई।

इसके नजर न आने के बाद दिल्ली, लखनऊ, हैदराबाद आदि शहरों से टेलीफोन पर संपर्क कर चांद दिखाई देने की तस्दीक की गई। इसके अलावा प्रदेश के अन्य शहरों से भी इसके बारे में पूछताछ की गई। किसी भी जगह चांद दिखाई नहीं देने के हालात को देखते हुए शहर काजी ने ईद का त्यौहार शुक्रवार को मनाने की घोषणा कर दी।

ईद का चांद देखने के लिए होने वाला बड़ा आयोजन कोविड हालात के कारण नहीं हो पाया। इसके चलते प्रमुख उलेमाओं ने सादगी से इस रस्म को पूरा किया। शहर मुफ्ती अबूल कलाम कासमी, नायब शहर काजी सैयद बाबर अली, नायब मुफ्ती रईस अहमद कासमी, मुफ्ती जसीम दाद, मस्जिद कमेटी सचिव यासिर अराफात की मौजूदगी में यह रस्म पूरी की गई।

इस दौरान शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी ने लोगों से अपील की कि कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए त्यौहार मनाएं। उन्होंने लोगों से कहा कि कोरोना की पाबंदियों के लिहाज से सब अपने घरों में ही नमाज अदा करें। उन्होंने ईद की नमाज से पहले जकात और फितरे की रकम अदा कर दें। उन्होंने कहा कि त्यौहार के नाम पर ऐसी कोई क्रिया या काम न करें, जिससे गाइडलाइन का उल्लंघन हो। सोशल डिस्टेंस, मास्क पहनने और घरों से बिना वजह नहीं निकलने की ताकीद भी शहर काजी ने की है।