रांची। रांची में जमीन घोटाले में करीब डेढ़ साल से मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने बड़ा खुलासा व बड़ी कार्रवाई की है। ईडी (ED) ने इस मामले में अब तक पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आइएएस छवि रंजन, बड़गाईं अंचल के पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, अमित अग्रवाल, प्रेम प्रकाश सहित 22 आरोपितों को गिरफ्तार कर सलाखों तक पहुंचा दिया है।
वहीं, अब तक 51 छापेमारी व नौ सर्वे में बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर करते हुए ईडी ने 1.25 करोड़ रुपये नकदी जब्त की व बैंकों में पड़े 3.56 करोड़ रुपये को फ्रीज भी करवाया। पूरे अनुसंधान के दौरान ईडी ने 266 करोड़ रुपये मूल्य की अचल संपत्तियों को भी अस्थाई रूप से जब्त किया है।
गुरुवार को जारी प्रेस बयान में ईडी ने जमीन घोटाले में अब तक की गई कार्रवाई की विस्तृत जानकारी दी है। ईडी ने बताया है कि जमीन घोटाले के इस मामले में अब तक तीन चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। जमीन घोटाले की जांच में सामने आए तथ्यों, खुलासों से संबंधित अलग-अलग 14 बार राज्य सरकार को जानकारी दी जा चुकी है और उन्हें भारतीय दंड विधि से संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करने, कानूनी कार्रवाई करने की अनुशंसा की जा चुकी है। पूरे मामले की जांच जारी है।
गिरफ्तार JMM नेता सहित चार आरोपित 22 अप्रैल तक रिमांड पर
ईडी ने जमीन घोटाले में दो दिन पहले गिरफ्तार झामुमो (JMM) नेता अंतु तिर्की, जमीन कारोबारी विपिन सिंह, प्रियरंजन सहाय व इरशाद अंसारी के लिए कोर्ट से सात दिनों की रिमांड मांगी थी। पीएमएलए की विशेष अदालत ने ईडी को पांच दिनों तक पूछताछ की अनुमति दी। अब ईडी इनसे 22 अप्रैल तक रिमांड पर पूछताछ करेगी।
इसके अतिरिक्त गत नौ अप्रैल को गिरफ्तार उनका सहयोगी सद्दाम हुसैन 20 अप्रैल तक ईडी की रिमांड पर है। एक अन्य सहयोगी अफसर अली उर्फ अफ्सू खान भी 22 अप्रैल तक ईडी की रिमांड पर है। इस तरह जमीन घोटाले में कुल छह आरोपित ईडी की रिमांड पर हैं, जिनसे ईडी पूछताछ कर रही है।
इन सभी आरोपितों पर जमीन के मूल दस्तावेज में हेराफेरी, छेड़छाड़ करने, जालसाजी करने, सीएनटी एक्ट से संबंधित प्रतिबंधित श्रेणी की जमीन की प्रकृति बदलकर गलत तरीके से उसकी खरीद-बिक्री करने का आरोप है। इन जालसाजों ने रांची व कोलकाता स्थित भू-राजस्व विभाग के सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से यह हेराफेरी व जालसाजी की है। ईडी के अनुसार इनमें से कुछ जमीन पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अवैध कब्जे में है।
इस वजह से गिरफ्तार हुए हैं पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
ईडी ने जारी प्रेस बयान में जानकारी दी है कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बड़गाईं अंचल के पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद को बरियातू रोड की 8.86 एकड़ जमीन की गलत तरीके से हड़पने की कोशिश करने, अपराध की आय प्राप्त करने, रखने व छिपाने के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
इस मामले में हेमंत सोरेन व उनके चार अन्य सहयोगियों पर ईडी ने 30 मार्च को चार्जशीट दाखिल की थी। ईडी ने उक्त 8.86 एकड़ जमीन को भी अस्थाई रूप से जब्त की थी, जिसकी सरकारी कीमत 31 करोड़ रुपये है।