दमोह । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कुण्डलपुर में आचार्य पदारोहण महामहोत्सव शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि यहां आकर ऐसा लग रहा है कि देवताओं की भी आंखें तरस रही होगीं आज के इस दृश्य को देखकर। आचार्य समय सागर जी महाराज के पदारोहण के इस दृश्य को देखकर हम सभी इसे समझने की कोशिश करते रहेंगे, लेकिन सही अर्थ में यह हमें समझ में नहीं आएगा कि हम कौन सी दुनिया में पहुंच गए हैं। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख डॉ मोहन भागवत भी उपस्थित थे। डॉ मोहन यादव ने कहा कि ऐसा लग रहा है परमात्मा ने यह क्षण देकर हमारे जीवन को धन्य कर दिया हैं। मैं आपको प्रणाम करता हूं, धन्यवाद करता हूं। उन्होंने कहा भारत की विशेषता और परमात्मा की कृपा है कि इस पृथ्वी पर कई जन्मों के पुण्य के बाद मृत्यु लोक में ऐसे कुछ क्षण मिलते हैं, जो हमारे जीवन को धन्य कर जाते हैं। मानव से महामानव और महामावन से देवत्व धारण कर लें, ऐसे देवता के दर्शन हो जाए तो वाकई जीवन धन्य हो जाता है। ऐसा लगता है अब इस घड़ी के बाद कुछ बचा नहीं, सब कुछ प्राप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि अपने जीवन काल में आचार्य विद्यासागर जी महाराज जीते जी देवत्व धारण कर गये, उनकी कृपा से हमारी सरकार बनी तो हमने पहली कैबिनेट के पहले निर्णय में कुछ बातें इस प्रकार से जोड़ी, जिस कारण से हमारी सनातन संस्कृति युगो-युगो से दुनिया में अलग जानी जाती है।
आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज का नाम आचार्य विद्यासागर महाराज के नाम पर
डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नई शिक्षा नीति 2020 लागू हुई है, जिसके माध्यम से भारत को गौरवशाली भारत के रूप में जाना जाएगा। उस गौरवशाली भारत की भावी पीढ़ी को उस लायक बनाया जाएगा, जिसके कारण वह गर्व महसूस कर सके और गौरान्वित हो सकें। हमने भगवान महावीर स्वामी के वीरपदों एवं 24 तीर्थंकरों के वीरपदों को पाठ्यक्रम में हिस्सा दिया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि सागर में शुरू किए जाने वाले आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज का नाम आचार्य विद्यासागर महाराज के नाम से किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने निर्णय लिया के खुले में मांस नहीं बिकने दिया जाएगा, जिसका पालन भी कराया गया है।