नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'स्वच्छ भारत' अभियान की शुरुआत करने के लिए दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती पहुंच चुके हैं. कुछ ही देर में वे अपने हाथों से बस्ती में झाड़ू लगाकर देशभर में साफ-सफाई का संदेश देंगे.वाल्मीकि बस्ती जाने के दौरान प्रधानमंत्री ने मंदिर मार्ग थाने का औचक निरीक्षण किया. वहां उन्होंने थाने के कैंपस में साफ-सफाई का भी जायजा लिया.

इससे पहले अमेरिका से यादों, वादों और करारों का पिटारा लेकर लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार सुबह राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और शीला दीक्षित भी राजघाट पर मौजूद थे. मोदी मनमोहन सिंह के बगल में ही बैठ गए. गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि देने विजय घाट पहुंचे.

गणतंत्र दिवस जैसी होगी सुरक्षा व्यवस्था
प्रधानमंत्री दिल्ली में राजपथ पर स्वच्छ भारत अभियान का शुभारंभ करेंगे और ‘वाकेथन’ को झंडी दिखाएंगे. मोदी सरकार के इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम की शुरुआत के मौके पर गणतंत्र दिवस की तरह ही जमीन से आसमान तक सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की जाएगी. सुरक्षा उपायों के तहत राजपथ के इर्द-गिर्द कृषि भवन, रेल भवन समेत सभी सरकारी दफ्तर बुधवार दोपहर बाद एक बजे बंद हो गए और दो बजे दिल्ली पुलिस ने उन्हें सील कर दिया.
स्वच्छता को राष्ट्रीय जुनून बनाएं: राष्ट्रपति
दूसरी ओर, राष्ट्रपति के प्रेस सचिव वेणु राजामोनी ने बताया कि राष्ट्रपति की सचिव ओमिता पॉल सचिवालय और संबद्ध कार्यालयों के सभी अधिकारियों को, प्रेसिडेंट्स एस्टेट के निवासियों और डॉ. राजेन्द्र प्रसाद सर्वोदय विद्यालय के शिक्षकों और छात्रों को ‘स्वच्छता शपथ’ दिलाएंगे और इससे दिन के कार्यक्रम का आरंभ होगा. इस बीच, गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश के लोगों से अपील की कि स्वच्छता को राष्ट्रीय जुनून बनाएं और सुनिश्चित करें कि देश का कोना-कोना साफ रहे.

राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, 'राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती हम सभी के लिए अवसर है कि हम बापूजी के सत्य, अहिंसा और सर्वांगीण विकास के लिए खुद को प्रतिबद्ध करें.' देश में केंद्र सरकार के करीब 30.98 लाख कर्मचारी हैं. केंद्र सरकार के हर विभाग ने अपने कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाने की योजना बनाई है. इसके अलावा राज्य सरकार के लाखों कर्मचारियों को इस व्यापक अभियान का हिस्सा बनने के लिए कहा गया है.

सभी विभागों को लिखा गया पत्र
कैबिनेट सचिव अजित सेठ ने सभी विभागों के सचिवों को पत्र लिखकर कहा है, 'इस प्रकार के बड़े अभियान को सफल बनाने के लिए, बड़े पैमाने पर जागरुकता फैलाने और साथ ही यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि घरों, सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, अस्पतालों, कार्यस्थलों, गलियों, सड़कों, बाजारों, रेलवे स्टेशनों, बस टर्मिनलों, प्रतिमाओं, स्मारकों, नदियों, झीलों, तालाबों, पार्को और अन्य सार्वजनिक स्थलों की सफाई में लोगों की भागीदारी हो.'

देश की सोच और दिशा
इंदौर से मिली एक रिपोर्ट के मुताबिक ‘स्वच्छ भारत अभियान’ को महत्वपूर्ण पहल करार देते हुए बापू की पोती सुमित्रा गांधी कुलकर्णी ने बुधवार को कहा कि यह महत्वाकांक्षी मुहिम बताती है कि देश की सोच किस ओर जा रही है. महात्मा गांधी के पुत्र रामदास की पुत्री सुमित्रा ने बताया, ‘देश में सरकार के स्तर पर सफाई के अभियान की शुरुआत बेहद महत्वपूर्ण पहल है. यह अभियान इंगित कर रहा है कि देश की सोच किस दिशा में जा रही है.'

उधर, जयपुर में राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह दो अक्टूबर को अमर जवान ज्योति के निकट महिला, पुरुष और बच्चों को स्वच्छ भारत की शपथ दिलाएंगे. वह खुद विधानसभा के सामने जनपथ पर झाड़ू लगाकर सफाई अभियान की शुरुआत करेंगे.

पहले साफ-सफाई, फिर इलेक्शन की लड़ाई
अमेरिका में प्रवासी भारतीयों का अपार प्यार पाकर लौटै प्रधानमंत्री स्वच्छता अभियान के बाद चुनाव प्रचार अभियान में वोटरों का प्यार पाने में जुट जाएंगे. लोकसभा में शानदार जीत के बाद उप चुनावों में मिली हार के साए में हो रहे महाराष्ट्र और हरियाणा के विधानसभा चुनाव मोदी के लिए लिटमस टेस्ट है.

अमेरिका की ऊंची उड़ान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए चुनाव की खुरदुरी जमीन पर पांव रखने का समय आ गया है. मोदी चुनाव प्रचार का श्रीगणेश हरियाणा के करनाल से करेंगे, लेकिन उसे धार देंगे महाराष्ट्र में. हरियाणा और महाराष्ट्र में मोदी का चुनाव प्रचार अभियान 4 से 13 अक्टूबर के बीच चलेगा.