भोपाल । केंद्रीय जीएसटी की भोपाल जबलपुर और ग्वालियर की संयुक्त टीमों ने फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट लेने के रैकेट का खुलासा किया है। नई दिल्ली की एक ट्रेडिंग फर्म ने फर्जी तरीके से 3000 करोड रुपए का घोटाला किया है। इस घोटाले में मध्य प्रदेश की 20 फर्म भी शामिल हैं। देशभर में क्रेडिट इनपुट में गड़बड़ी कर 60000 करोड रुपए की गड़बड़ी का मामला सामने आया है। इसकी जांच की जा रही है।
शुक्रवार और शनिवार को देर रात तक चली इस कार्रवाई में सीजीएसटी की टीम ने तीन फर्मो पर एक साथ छापा मारा। अधिकारियों ने 450 करोड रुपए का आईटीसी रिवर्स कराया है। इन तीन फर्मो द्वारा क्रेडिट लेजर में उपलब्ध आईटीसी का उपयोग करने की कोशिश की जा रही थी। जीएसटी की टीम वहां पहुंच गई। 17 अन्य फर्म मैं भी जांच की कार्रवाई की जा रही है।
सीजीएसटी के अधिकारियों ने यह जानकारी नहीं दी है,कि किन फर्मों के ऊपर यह कार्रवाई की गई है। जीएसटी के अधिकारियों का कहना है, कि अभी यह जांच प्रक्रिया में है। जिसके कारण नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। जीएसटी के अधिकारियों ने इतना जरूर कहा कि क्रेडिट नोट की सहायता से 3000 करोड रुपए की हेराफेरी इनपुट टैक्स क्रेडिट के माध्यम से की गई है। जनवरी 2024 से इस तरह की गड़बड़ी किए जाने की जानकारी अधिकारियों को लगी थी।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिन फर्मो पर यह कार्रवाई हुई है। उसमें दाल मिल, राइस मिल, आयरन स्क्रैप डीलर, इत्यादि शामिल हैं।
इस तरह की गड़बड़ी करने वालों में पांच फर्म जबलपुर की 15 ग्वालियर की इसके अलावा भिंड मुरैना दतिया और टीकमगढ़ के कारोबारी भी शामिल हैं।
क्रेडिट इनपुट का 3000 करोड़ का जीएसटी का सबसे बड़ा घोटाला
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