भोपाल। नौकरी पाने के लिये दो आरोपियो ने इंदौर में एक व्यक्ति को लाखो की रकम दी थी। लेकिन नौकरी न मिलने पर उन्होने अपने पैसे वापस मांगे। रकम न मिलने पर आरोपी युवकों ने लेनदार के भोपाल में रहने वाले भाई को अगवा करते हुए अपने कमरे में ले जाकर बंधक बना लिया। वहॉ उसके साथ मारपीट करते हुए उसके खाते से करीब 1 लाख 45 हजार रुपए ट्रांसफर करवा लिए। इतना ही नहीं अरोपियो ने उसकी पत्नि को फोन कर उसपर रुपए वापस करने का दबाव बनाते हुए धमकी दी कि यदि उनका पैसा नहीं लौटाया तो वह युवक को बिहार ले जाकर उसकी किडनी और शरीर के अन्य अंग बेच देंगे। पत्नि की शिकायत पर मिसरोद पुलिस ने मामला दर्ज कर मोबाइल लोकेशन ट्रैस करते हुए बंधक बनाये युवक को सकुशल बरामद करने के साथ ही आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया। घटनास्थल पिपलानी का होने के कारण केस डायरी और आरोपियों को मिसरोद पुलिस ने पिपलानी पुलिस को सौंप दिया है। अब आगे की कार्रवाई पिपलानी पुलिस द्वारा की जा रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शीतल हाइट मिसरोद में रहने वाली ज्योति तोमर ने पुलिस को बताया कि उनके पति अनिल सिंह तोमर सिक्यौरिटी एजेंसी में काम करते हैं। बीती 2 अप्रैल की सुबह करीब साढ़े नौ बजे घर से काम पर गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। बाद में ज्योति के मोबाइल पर एक कॉल आया यह फोन आरोपी विभूति पांडे और पीयूष कुमार ने किया था। उन्होनें ज्याति से कहा कि उनके रुपए वापस कर वह अपने पति को ले जाये। तीन दिन बाद अनिल की पत्नी ज्योति ने पति की गुमशुदगी की सूचना मिसरोद पुलिस को देते हुए आरोपियो द्वारा फोन पर धमकी दिये जाने की बात बताई। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर तुरंत ही हरकत में आते हुए मोबाइल लोकेशन के आधार पर पिपलानी थाना इलाके के मकान नंबर 89ए, सोनागिरी पर दबिश दी। यहां से पुलिस ने लापता अनिल तोमर को दस्तयाब कर लिया। पूछताछ में अनिल ने पुलिस बताया कि उसका भाई इंदौर में रिलासंस फ्रेश में नौकरी करता है, जिसका झारखंड निवासी विभूति कुमार और तरुण कुमार से पैसों का लेन-देन था। इसी विवाद को लेकर विभूति कुमार और पीयुष कुमार ने अनिल को बात करने के बहाने बुलाया था। दोनो सोनागिरी में किराए के कमरे पर रहते हुए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। दोनो उसे कमरे पर ले गए और उसे बंधक बना लिया। बाद में उन्होंने पैसे वापस मिलने पर ही उसे छोड़ने की बात कही थी। अनिल ने जब उनसे कहा कि उसके पास पैसे नहीं है, तब आरोपियो ने उसके साथ बेल्ट से मारपीट की। ओर करीब 1 लाख 45 हजार की रकम ऑनलाइन ट्रांसफर भी करा ली। पुलिस जांच में यह बात सामने आई की आरोपी विभूति और पीयूष द्वारा इंदौर में रहने वाले अनिल के भाई को नौकरी के नाम 4 लाख 20 हजार रुपए दिए थे। रकम लेने के बाद भी वह नौकरी नहीं दिला सका तब विभूति और पीयूष ने अपने रुपए वापस देने को कहा। लेकिन उसने पैसै वापस नहीं किए। दोनो आरोपियों को हिरासत में लेते हुए पुलिस आगे की कार्यवाही कर रही है।