पीरटांड़। झारखंड में गिरिडीह जिले के पीरटांड़ प्रखंड का नावाडीह गांव एक अदद सड़क के लिए तरस रहा है। यह गांव पंचायत मुख्यालय भी है। इसी गांव में पंचायत सचिवालय स्थित है। फिर इस गांव को सड़क नसीब नहीं हो पाई है।
आसपास गांवों में बनी हैं चमचमाती सड़कें
सालों से यहां पंचायत सचिवालय बना है, लेकिन पंचायत सचिवालय व मुख्यालय पहुंचने के लिए यहां सड़क तक नहीं है। मात्र एक किलोमीटर सड़क के बिना यह गांव उपेक्षित है। जबकि इस गांव के आसपास दर्जनों गांवों में ऐसी-ऐसी सड़कें बनी हैं, जहां सरपट गाड़ियां दौड़ती हैं।
गांव की उपेक्षा से ग्रामीण नाराज
सड़क के नहीं रहने से पंचायत सचिवालय में कोई कार्यक्रम भी नहीं होता है। वर्तमान झारखंड सरकार के कार्यकाल में दो-दो बार सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया, लेकिन दोनों आयोजन पंचायत सचिवालय में न होकर घोरबाद में हुआ। गांव की इस उपेक्षा से ग्रामीणों में नाराजगी के साथ-साथ रोष भी है। ग्रामीण इसके लिए जनप्रतिनिधियों को जिम्मेवार ठहरा रहे हैं।