भोपाल । सरकारी अस्पतालों में उपचाररत कोरोना मरीजों की रोजाना दिन में दो बार उनके परिजन से बात कराई जाएगी। इसके लिए सभी जिला अस्पतालों में "संवाद सेतु " हेल्पडेस्क बनाई जाएंगी। हर हेल्प डेस्क पर तीन मोबाइल या टैबलेट रखे जाएंगे। कोरोना वार्ड में भर्ती मरीजों का हालचाल जानने के लिए अब उनके परिजन को परेशान नहीं होना पड़ेगा। परिजन को गंभीर मरीजों का हालचाल जानने के लिए काफी मुश्किल हो रही थी, इसलिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की तरफ से हेल्पडेस्क बनाने के निर्देश दिए गए हैं। दो से तीन दिन के भीतर सभी जगह यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी। भोपाल के हमीदिया अस्पताल में 10 दिन पहले वीडियो कॉलिंग से मरीजों की बात कराने की सुविधा शुरू की गई है। इससे परिजन खुश हैं। इसे देखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग भी जिला अस्पतालों में यह सुविधा शुरू करने जा रहा है। मरीजों से बात करवाने के ‎लिए संवाद सेतु हेल्प डेस्क कम से कम आठ घंटे काम करेगी। परिजन को मरीज से बात करने के लिए टोकन दिए जाएंगे। टोकन नंबर के आधार पर बारी-बारी से उनकी बात कराई जाएगी दिन में दो बार परिजन बात कर सकेंगे। हेल्प डेस्क पर शारीरिक दूरी रखने और हाथ सैनिटाइज करने के निर्देश भी दिए जाएंगे। हेल्प डेस्क पर काउंसलर्स की ड्यूटी लगाई जाएगी जिससे जरूरत पर परिजन की काउंसलिंग भी की जा सके। जिला अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 15 से 20 बिस्तर का आइसीयू होने के साथ ही है 100 से 150 बिस्तर तक के ऑक्सीजन वाले और आइसोलेशन वार्ड हैं। इन अस्पतालों में भर्ती मरीजों का हालचाल नहीं मिलता तो परिजन खुद वार्ड में चले जाते हैं। परिजन के संक्रमित होने और उनके माध्यम से अन्य लोगों के संक्रमित होने का खतरा रहता है। दूसरी बात यह है कि मरीज की हालत के बारे में परिजन को जानकारी नहीं मिल पाती है। ऐसे में वार्ड में जाने के बाद भी वह यह पता नहीं कर पाते कि मरीज की हालत कैसी है। उसे कहीं रेफर करने की जरूरत तो नहीं है । लिहाजा यह व्यवस्था की गई है। भोपाल के जेपी अस्पताल में भी हेल्प डेस्क बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। यहां यह व्यवस्था भी की जा रही है हेल्प डेस्क में मरीजों की पूरी जानकारी भी उपलब्ध रहे । इसके लिए एक कंप्यूटर लगाए जाएगा, जिसमें मरीज की पूरी जानकारी दर्ज रहेगी। परिजन को मरीज के ऑक्सीजन लेवल, बुखार और उसे दी जा रही दवाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी।अस्पताल के अधीक्षक डॉ.राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि मंगलवार से यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी। इस बारे में एनएचएम के अपर ‎‎मिशन संचालक डॉ पंकज शुक्ला का कहना है ‎कि सभी जिला अस्पतालों को संवाद सेतु हेल्पडेस्क बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं। 2 से 3 दिन के भीतर यह सुविधा शुरू करने को कहा गया है। वीडियो कॉलिंग के जरिए मरीज के परिजन से बात कराई जाएगी।इसके साथ ही यह व्यवस्था भी सख्ती से की जाएगी कि परिजन कोरोना वार्ड में किसी भी तरह ना घुस पाएं।