भोपाल । मध्यप्रदेश में शुक्रवार को दो तरह का मौसम दिखा। भोपाल में सुबह से हल्के बादल छाए रहे। जबलपुर, सागर, टीकमगढ़, ग्वालियर, रतलाम, शिवपुरी और मंदसौर में धूप के बाद दोपहर में बारिश हुई तो मुरैना में शाम को ओले गिरे। दूसरी तरफ मंडला, दमोह, मैहर और सतना में गर्म हवाएं चलीं। खरगोन जिले में आकाशीय बिजली गिरने से लीलूबाई (36) की मौत हो गई। उसका भांजा सुनील (10) घायल हो गया। दोनों बारिश से बचने के लिए बबूल के पेड़ के नीचे खड़े थे।
मौसम में आए इस बदलाव से जहां प्रदेश में लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है, वहीं फसलों का भी नुकसान हो रहा है। मार्च के आखिरी दिनों में तेज गर्मी पडऩे का ट्रेंड है। इस बार भी ऐसा ही हो रहा है। मौसम वैज्ञानिकों ने फरवरी की तरह मार्च की विदाई भी बादल और बूंदाबांदी जैसे मौसम से होने की संभावना जताई है। बूंदाबांदी हुई तो यह लगातार तीसरा महीना रहेगा, जिसकी विदाई बदले हुए मौसम से होगी। जनवरी में भी यही स्थिति बनी थी।
आज यहां बारिश का अनुमान
मौसम केंद्र भोपाल के अनुसार, एमपी में फिलहाल वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव है। ट्रफ लाइन भी मौजूद है। इस वजह से बादल छा रहे हैं। ऐसा ही मौसम 30 मार्च को भी रहेगा। गुना, अशोकनगर, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, डिंडौरी, सिवनी, पांढुर्णा और बालाघाट में बारिश होने के आसार हैं। गुरुवार की रात टीकमगढ़ प्रदेश में सबसे गर्म रहा। यहां न्यूनतम पारा 27.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। नर्मदापुरम में यह 25.8, दमोह में 25 डिग्री रहा।
मप्र में दो तरह का मौसम...लोगों की सेहत के साथ फसलों को भी नुकसान
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